कहते है स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के दिमाग में कई तरह की टेंशन घर करती है जिससे कई गंभीर बीमारी जन्म ले लेती है उसमें से एक गंभीर बिमारी है ‘ब्रेन ट्यूमर’ जब दिमाग में गांठ बन जाती है तो इसको ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन के जिस हिस्से में ट्यूमर होता है तो उस हिस्से से नियंत्रित होने वाला शरीर का भाग प्रभावित होता है।
1400 ग्राम के इंसानी दिमाग के 4 भाग होते हैं। फ्रंटल यानी दिमाग के जो सामने का हिस्सा होता है, टेंपोरल मतलब जो बायीं तरफ़ (लेफ्ट हैंड साइड) का दिमाग होता है, पैरंटरल मतलब जो दायीं तरफ़ (राइट हैंड साइड) का दिमाग होता है और ऑक्सीपिटल जो दिमाग का पीछे का हिस्सा होता है। दिमाग का हर हिस्सा अपना अलग कार्य करता है जैसे फ्रंटल पार्ट का काम होता है सोचने का, पैराइटल का कार्य होता है छूने या फिर दर्द के एहसास का, टेंपोरल का काम होता है सुनना, देखना और भाषा को समझना। इसी तरह ऑक्सीपिटल का काम होता है वस्तुओं को पहचानना। मस्तिष्क शरीर का बहुत अहम अंग है। इसका सही रहना आवश्यक है।
हर साल 8 जून को वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के रूप में मनाया जाता है। सबसे पहले जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन ने इसकी शुरुआत की| लोगों में जागरुकता और शिक्षित करने के लिए दुनिया भर में हर साल आज के दिन वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे मनाया जाता है इंडियन एसोसिएशन ऑफ कैंसर रेजिस्ट्रीज के अनुसार भारत में हर साल 28 हज़ार ब्रेन ट्यूमर के केस दर्ज किए जाते हैं|
ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक मेडिकल सिचुएशन होती है। जिसमे कई बार कैंसर की भी संभावना रहती है। दिमाग में बढ़ने वाले एब्नार्मल सेल्क को ही ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन ट्यूमर भी दो तरह के होते हैं एक जिनमे कैंसर का खतरा होता है और एक जिनमे कैंसर का रिस्क ना के बराबर होता है ब्रेन ट्यूमर से हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की मौतें होती है|
ऐसे करें बचाव
- ब्रेन ट्यूमर वालों के लिए फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा लाभदायक होता हैं। ट्यूमर के मरीज को तंबाकू के सेवन से परहेज करना चाहिए।
प्रतिदिन व्यायाम और योग करें। - भरपूर नींद के साथ वजन का ध्यान रखें।
- तंबूाक और शराब का सेवन नहीं करें।
ब्रेन ट्यूमर होने के क्या हैं लक्षण और कारण
ब्रेन ट्यूमर होने पर मस्तिष्क में या इसके पास की कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन हो जाता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि किन कारणों से डीएनए परिवर्तन होता है। कुछ जोखिम कारण आपमें ब्रेन ट्यूमर या कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले हो सकते हैं। जैसे कुछ प्रकार के रसायनों के संपर्क में आने से इसका जोखिम अधिक हो सकता है। इसी प्रकार जो लोग रेडिएशन के संपर्क में अधिक रहते हैं उनमें भी यह खतरा बढ़ता देखा गया है।
ट्यूमर के स्थान और आकार पर ब्रेन ट्यूमर के लक्षण निर्भर करते हैं। कुछ ट्यूमर मस्तिष्क के ऊतकों को सीधे नुकसान पहुंचाते हैं और कुछ ट्यूमर आसपास के हिस्सों पर दबाव डालते हैं। इसमें अक्सर सिरदर्द होते रहना सबसे कॉमन है। इसके साथ अगर आपको कुछ और लक्षण लंबे समय से महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
ब्रेन ट्यूमर के सामान्य लक्षण
- सिर में दर्द या दबाव जो सुबह के समय अधिक हो।
- अक्सर मतली या उल्टी होते रहना।
- आंखों की समस्याएं, जैसे धुंधला दिखाई देना या दोहरी दृष्टि।
- एक हाथ या एक पैर का ठीक से काम न करना।
- शारीरिक-मानसिक संतुलन में परेशानी होना।
- बहुत थकान महसूस होते रहना।
ब्रेन ट्यूमर का मरीज कितने दिन जी सकता है?
हर प्रकार के ब्रेन ट्यूमर के लिए जीवित रहने की दर अलग-अलग होती है और यह उम्र गंभीरता और समग्र स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है। पांच साल की जीवित रहने की दर आपको बताती है कि ब्रेन ट्यूमर का पता चलने के बाद कितने प्रतिशत लोग कम से कम पांच साल तक जीवित रहते हैं। मेनिंगियोमा ट्यूमर में पांच साल की जीवित रहने की दर यह है-
14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए 96% से अधिक
15 से 39 वर्ष की आयु के लोगों में 97%
40 और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में 87% से अधिक
ब्रेन ट्यूमर का इलाज कई घरेलू नुस्खों से भी हो सकता है। ब्रेन ट्यूमर के मरीज को मशरूम का सेवन करना चाहिए। यह उसके लिए लाभदायक होता है। ब्रेन ट्यूमर के मरीज के लिए योगा बहुत लाभदायक होता है इसीलिए मरीज को योगा करते रहना चाहिए। बायोप्सी के जरिए यह पता लगाया जाता है कि शरीर में कैंसर कितना है इसीलिए बायोप्सी कराना भी लाभदायक होता है। जब ट्यूमर ज्यादा बढ़ जाता है और उसका इलाज संभव नहीं हो पाता तो डॉक्टर ब्रेन सर्जरी की सलाह देते हैं।
ब्रेन ट्यूमर का रोकथाम कैसे करें?
1.) फल और सब्जियों का सेवन करें।
2.) तंबाकू के सेवन से बचें।
3.) वजन का खास ध्यान रखें।
4.) किसी भी तरह के कैंसर से बचने के लिए टीकाकरण कराते रहना चाहिए।
निष्कर्ष
आज साइंस ने हर बीमारी का इलाज ढूंढ लिया है जिसके बदोलत आज बड़ी से बड़ी और गंभीर बिमारियों का इलाज संभव है आज कई लोग ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़कर जंग जीत रहे है लेकिन फिर भी हमें अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए हमे हमेशा हमारे शरीर के लिए फायदेमंद आहार का सेवन करना चाहिए। ट्यूमर के मरीज को इस बीमारी में क्या चीजें नुकसान पहुंचा सकती हैं उससे बहुत परहेज करना चाहिए जैसे तंबाकू या फिर अन्य चीजें। हमें अपना ख्याल खुद रखना चाहिए ताकि ट्यूमर जैसी बड़ी बीमारियों से बचे रहें।
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