कांग्रेस के हंगामे से 5 दिन का मानसून सत्र 2 दिन में ही खत्म
– विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
– दो दिन में 4 घंटे भी ठीक से नहीं चला सदन
– हुक्का बार और तंबाकू प्रोडक्ट के विज्ञापन पर बैन
भोपाल। विपक्ष के भारी हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। 5 दिन तक चलने वाला विधानसभा का सत्र 2 दिन में ही खत्म हो गया। इन दो दिनों में भी सत्र 4 घंटे ठीक से नहीं चला। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच दोनों दिन 2-2 घंटे ही सदन चला। बुधवार को भी दिनभर की कार्यवाही चंद घंटों में ही खत्म हो गई। इस हंगामे और शोर-शराबे के बीच अनुपूरक बजट को मंजूरी दे दी गई।
घोटालों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हुई सरकार – कमलनाथ
विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा -ये सत्र इस विधानसभा का आखिरी सत्र था। 5 दिन के लिए घोषित किया गया था। हमें उम्मीद थी 5 दिन में हर विषय पर चर्चा करेंगे, लेकिन विधानसभा का मानसून सत्र सिर्फ कुछ घंटे ही चला। हमारी मांग बस यही थी कि आदिवासियों पर जो अत्याचार हो रहे हैं, उस पर क्या स्थगन प्रस्ताव ला रहे हैं।
सरकार स्थगन प्रस्ताव के लिए नहीं तैयार होती लेकिन चर्चा के लिए तो तैयार हो जाती। कमलनाथ ने कहा-सरकार महाकाल घोटाला, आग, महंगाई बेरोजगारी पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हुई। इन प्रस्ताव का सामना तो छोड़िए यह प्रदेश की जनता का सामना भी करने के लिए तैयार नहीं हैं।
विपक्ष का रवैया निंदनीय- गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा
तय समय से पहले विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कांग्रेस विधायकों को मौन धरने में जाना था। कमलनाथ पहले चले गए थे। बाकी विधायकों को भी जाना था, इसलिए हंगामा करके सदन की कार्यवाही को बाधित किया। विपक्ष का रवैया निंदनीय है। विधानसभा चुनाव में अब जनता इसका जवाब देगी।
सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट हुआ पेश
बुधवार को सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पेश हुआ। भारी हंगामे के बीच वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 26 हजार 816 करोड़ 63 लाख 87 हजार रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया। हुक्का बार और तंबाकू से बने उत्पाद के विज्ञापन पर बैन के लिए संशोधित विधेयक पास हुआ। 15वीं विधानसभा का यह अंतिम सत्र था। सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने महाकाल लोक भ्रष्टाचार, आदिवासी अत्याचार, सतपुड़ा भावन की आग के मामले में जांच की मांग को लेकर नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले प्रश्नकाल के बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित हुई।
सत्र के पहले दिन भी भारी हंगामा
सोमवार से शुरू हुए इस सत्र के पहले दिन भी विपक्ष ने आदिवासी उत्पीड़न और सतपुड़ा अग्निकांड के मुद्दे पर हंगामा किया। सीधी पेशाब कांड पर चर्चा की मांग की। हालात ऐसे बने कि सदन में वंदे मातरम् गान शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने आदिवासियों के साथ हुए अत्याचार का मामला उठा दिया। दो बार 10-10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी।
टमाटर-मिर्च की माला पहनकर पहुंचीं कांग्रेस विधायक
मानसून सत्र में शामिल होने के लिए रैगांव (सतना) से कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा टमाटर और मिर्च की माला पहनकर विधानसभा पहुंचीं। इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, यह मौसमी महंगाई है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। सिर्फ मध्यप्रदेश में महंगाई नहीं है, राजस्थान में तो कांग्रेस की सरकार है, वहां क्या फ्री मिल रहा है।
PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, क्या कांग्रेस के काल में सब्जियों के भाव नहीं बढ़ते। पहले महंगाई को लेकर सरकार गिर जाया करती थी। यह आदिकाल से होता आ रहा है। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, टमाटर 100 से 70 पर आया है। जल्द भाव नियंत्रित होंगे।
दिवंगत नेताओं, बेलेश्वर हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि
मानसून सत्र के पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। पूर्व विधायक मधुकर हर्षे, रमेश शर्मा का बीते दिनों निधन हो गया था। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया और पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच को भी श्रद्धांजलि दी गई। 30 मार्च को इंदौर के बेलेश्वर मंदिर की बावडी धंसने से मृत लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दो मिनट मौन के बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई।
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