– इंटरनेशनल योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने की घोषणा
– उप राष्ट्र्पति जगदीप धनखड़ ने योग का महत्व समझाया
जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के विद्यालयों में योग की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी। वे बुधवार को मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योग स्वस्थ रहने के लिए है। यह कोई संकीर्ण दृष्टि नहीं है। आज यह दुनिया के 180 देशों में हो रहा है। उन्होंने कहा कि योग का किसी पंथ से भी संबंध नहीं है, योग विश्व कल्याण के लिए है। इस दौरान उपराष्ट्र्पति जगदीप धनखड़ ने भी योग के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ रहना भी देश की सेवा है। योग लोगों को जोड़ता है। योग करें और निरोग रहें। योग केवल योग दिवस के लिए नहीं करना, बल्कि रोजाना करना है। उन्होंने कहा कि आइए इस अवसर पर हम संकल्प लें कि आज तो हम योग करेंगे ही, इसके बाद हम रोज योग करेंगे। उन्होंने कहा कि बीमार रहना अपने साथ अन्याय है, बीमारी की वजह से हम काम नहीं कर पाते हैं। इस वजह से हमारी जो उर्जा देश के विकास में लगनी चाहिए वो नहीं लग पाती है।
उन्होंने कहा कि बीमार होकर हम देश पर बोझ बन जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ रहना भी देश की सबसे बड़ी सेवा है, इसलिए योग करें और स्वस्थ रहें। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने पूरी दुनिया को योगमय कर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब प्रदेश के सभी स्कूलों में योग की शिक्षा को अनिवार्य किया जाएगा।
भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है – उप राष्ट्रपति
कर्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, हींग लगे, न फिटकरी और रंग चोखा आए, यही योग का मूलमंत्र है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इतने अधिक वोटों से और कम से कम समय में योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति देना भारतीय नेतृत्व की दूरदृष्टि की स्वीकृति है। उन्होंने योग की महत्ता बताते हुए कहा कि योग जीरो बजट वाला हेल्थ इश्योरेंस (बीमा) है।
उन्होंने कहा कि भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है। हम उनसे आगे निकल चुके हैं, जिन्होंने हमारे ऊपर सदियों राज किया। 2022 में अमरीका, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने जितना डिजिटल ट्रांजेक्शन किया, उसका पांच-छह गुना भारत में हुआ, जो भारत में डिजिटलाइज आर्थिक गतिविधियों का परिचालक है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वीकार किया जाना देश की बढ़ती ताकत का परिचायक है।
योेग दिवस के आयोजन में 181 देशों की भागीदारी भारत की विश्व पटल पर स्वीकार्यता की ओर इशारा करती है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर होने वाला आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ के अन्य किसी भी आयोजन से बड़ा होता है, जो भारत के लिए गौरव की बात है। भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है और व उसे दिखा भी रहा है।
योग के लिए सात्विक भोजन भी जरूरी – राज्यपाल मंगूभाई पटेल
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि आजकल के बच्चे पिज्जा के साथ कोल्ड ड्रिंक पीते हैं। तैलीय पदार्थ और तीखे भोजन से जितना दूर रहें, स्वास्थ्य के लिए उतना ही अच्छा है। योग के साथ सात्विक भोजन भी आवश्यक है।
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार, इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जल शक्ति राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल और शिवराज कैबिनेट के कई मंत्री भी शामिल हुए। खास बात यह कि कार्यक्रम में मोटू-पतलू और अन्य कार्टून कैरेक्टर के रूप में भी लोग योग करने पहुंचे। राजधानी में कुल 304 जगहों पर योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुए।
मुख्यमंत्री बोले-प्रधानमंत्री मोदी अंतरराष्ट्रीय मंच पर योग दिवस के कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं, देश के लिए गौरव की बात
डेढ़ लाख से अधिक को योग करवाकर रिकार्ड बनाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली थी। शहर में 80 से अधिक जगहों पर योग करवाया गया। कार्यक्रम समाप्त होते ही जिला प्रशासन और रिकार्ड दर्ज करने वाली कंपनी के अधिकारी गणना में जुटे हैं। दोपहर तक स्थिति साफ होगी।
केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि योग अपने लिए नहीं बल्कि सारी दुनिया के कल्याण के लिए है। इस अवधारणा मेें केवल मानव समाज ही नहीं अपितु प्रत्येक जीव और पर्यावरण भी समाहित है। उन्होंने मध्यप्रदेश में श्रीराम चंद्र मिशन द्वारा जन अभियान परिषद के माध्यम से योगा के प्रशिक्षण की सराहना करते हुए मिशन के प्रमुख और पद्म भूषण सम्मानित कमलेश पटेल ‘दाजी’ के प्रति आभार व्यक्त किया।
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