दुनिया के सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर से 47 साल तेज है क्वांटम कम्प्यूटर
-अभी विश्व का सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर है ‘द फ्रंटियर सिस्टम’
-‘साइकामोर’ नाम है गूगल के क्वांटम कम्प्यूटर का
-जो गणना साइकामोर 6 सेकंड्स में करता है, फ्रंटियर सिस्टम को लग जाएंगे 47 साल
अमेरिका। दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेर कम्पनीज में से एक गूगल ने क्वांटम कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई है। गूगल ने एक क्वांटम कम्प्यूटर का निर्माण किया है जो कुछ ही क्षणों में किसी भी तरह की गणनाओं को सुलझा सकता है, वहीं दुनिया के सबसे उन्नत और तेज सुपर कम्प्यूटर को इन गणनाओं को सुलझाने में लगभग आधी सदी का समय लग जाएगा।
हाल ही में कंपनी द्वारा किए गए दावे में बताया गया है कि गूगल का क्वांटम कम्प्यूटर ‘साइकामोर’ जिन गणनाओं को 6 सेकंड्स में हल कर सकता है, उन्हीं गणनाओं को विश्व के सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर ‘द फ्रंटियर सिस्टम’ को हल करने में लगभग 47 साल लग सकते हैं।
क्वांटम कम्प्यूटिंग, एक विज्ञान है जो क्वांटम फिजिक्स के सिधान्तों पर काम करते हुए तेजी से आगे बढ़ने वाला और कुछ हद तक विवादास्पद क्षेत्र बन रहा है। क्वांटम कम्प्यूटर जलवायु विज्ञान और दवा खोज जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए क्रांतिकारी संभावनाएं रखता हैं। यह नई प्रणाली सुपर कम्प्यूटिंग की रफ्तार से भी कई अधिक गुना तेज होगी।
क्वांटम कम्प्यूटर की क्षमताएं
वर्तमान में कोई भी कम्प्यूटर बाइनरी प्रणाली पर कम करता है। इस प्रणाली में कम्प्यूटर को दी जाने वाली सूचना बाइनरी लैंग्वेज में दी जाती है, जिसमें कम्प्यूटर कोई भी सूचना को 0 और 1 अंकों के एक विशेष शैली में समझता है और फिर काम करता है। वहीं गूगल की क्वांटम मशीन का नया संस्करण, साइकामोर क्वांटम प्रोसेसर वर्तमान में 70 क्यूबिट प्रोसेसर का उपयोग करता है। यह इसके पिछले संस्करण के 53 क्यूबिट से काफी ज्यादा उन्नत है। यह नया प्रोसेसर पिछले मॉडल की तुलना में लगभग 24.1 करोड़ गुना अधिक मजबूत और तेज है।
बाइनरी लैंग्वेज के विपरीत प्रत्येक क्यूबिट एक साथ 0 और 1 या दोनों की स्थिति में मौजूद रह सकता है, इसलिए क्वांटम कम्प्यूटर किसी भी प्रकार की जानकारी को इस स्तर पर स्टोर और प्रोसेस करने की क्षमता रखता है, जिसकी बराबरी सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर भी नहीं कर सकता है।
दुरुपयोग रोकने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा की सूची किया शामिल
हालांकि, यह तकनीक अभी अपने प्राथमिक चरण में है, इसी के चलते इस तकनीक में अभी काफी कमियां भी हैं। क्वांटम कम्प्यूटर बाइनरी प्रणाली पर काम कर रहे कम्प्यूटरों के लिए चुनौती है, इस कारण क्वांटम कम्प्यूटरों को राष्ट्रीय सुरक्षा की सूची में रखा गया है, जिससे इसका दुरुपयोग ना हों और पूरी दुनिया की कम्प्यूटर प्रणाली एक झटके में खंडित ना हो।
वहीं दूसरी ओर क्वांटम कम्प्यूटरों पर खर्च होने वाली राशि के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन इन पर खर्च होने वाली लागत को कम करने की भी आवश्कता भविष्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
क्वांटम कम्प्यूटिंग का मूल सिद्धांत
पारंपरिक कम्प्यूटर बिट्स के आधार पर काम करते हैं, जो 0 या 1 में रूप में होते हैं। दूसरी ओर, क्वांटम कम्प्यूटर क्वांटम बिट्स पर काम करते हैं, जिन्हें क्विबिट्स कहा जाता है। पारंपरिक बिट्स के विपरीत, सुपरपोजिशन नामक क्वांटम फिजिक्स के सिद्धांत के अनुसार, एक क्विबिट दोनों स्टेट्स में एक साथ मौजूद हो सकता है।
सुपरपोजिशन सिद्धांत क्वांटम कम्प्यूटर की कंप्यूटिंग क्षमताओं को तेजी से बढ़ाता है। उदाहरण के लिए, दो क्विबिट एक साथ चार स्टेट्स में मौजूद हो सकते हैं (00, 01, 10, 11), आठ स्टेट्स में तीन क्विबिट हो सकते हैं। यह प्रणाली क्वांटम कम्प्यूटरों को एक साथ बड़ी संख्या की गणनाओं को हल करने की ताकत देता है।
किन क्षेत्रों में काम आ सकता है क्वांटम कम्प्यूटर
क्वांटम कम्प्यूटिंग की असामान्य विशेषताएं इसे उन जटिल समस्याओं को हल करने के लिए आदर्श बनाती है, जिनसे पारंपरिक कम्प्यूटर जूझते हैं। क्रिप्टोग्राफी एक उत्तम क्षेत्र है, जहां क्वांटम कम्प्यूटिंग महत्वपूर्ण अंतर ला सकती है। बड़ी संख्या में तेजी से कारक बनाने की क्षमता क्वांटम कम्प्यूटरों को वर्तमान इन्क्रिप्शन प्रणालियों के लिए खतरा बनाती है, लेकिन अधिक सुरक्षित क्वांटम इन्क्रिप्शन के विकास के लिए नया और ज्यादा सुरक्षित मंच देती है।
चिकित्सा के क्षेत्र में, क्वांटम कम्प्यूटिंग जटिल अणु के ढांचे की मॉडलिंग को आसान कर सकती है, जिससे दवा की खोज में तेजी आ सकती है। क्वांटम स्टिमुलेशन नई सामग्रियों और प्रक्रियाओं को खोजने में नई दृष्टि प्रदान कर सकता है, जिन्हें प्रयोगों के माध्यम से खोजने में वर्षों लग सकते हैं।
क्वांटम कम्प्यूटिंग का भविष्य
क्वांटम कंप्यूटिंग अभी भी अपनी प्रारंभिक चरण में है, फिर भी तेज गति से आगे बढ़ते हुए यह एक आश्चर्यजनक भविष्य का संकेत देती है। आईबीएम, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसे तकनीकी दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ कई स्टार्टअप क्वांटम कम्प्यूटिंग के उपयोग से महत्वपूर्ण प्रगति कर सकते हैं। आने वाले वर्षों से, उम्मीद कर सकते हैं कि क्वांटम कम्प्यूटर की शक्ति और विश्वसनीयता में वृद्धि जारी रहेगी।
क्वांटम कम्प्यूटिंग एक रोमांचक और आधुनिक दुनिया की और प्रगति कर रहा है, जो जटिल समस्याओं से निपटने के नए तरीकों को इजात करने की ताकत रखता है। जैसे-जैसे इस क्षेत्र में नई-नई खोज और विकास जारी रहेगी, हम इस आधुनिक तकनीक की पूरी क्षमता का उपयोग करने के करीब पहुंचते जा रहे हैं।