रामायण फिर टीवी पर लौटी, आज से शेमारू चैनल पर होगा प्रसारण
-राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने शेयर किए दिलचस्प किस्से
मुंबई। रामायण फिर से टीवी पर लौट आई है। रामायण का प्रसारण 3 जुलाई यानी आज से शेमारू टीवी पर शाम 7ः30 बजे से होगा। शेमारू टीवी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस बात की जानकारी देते हुए लिखा था, ‘हम आप सभी दर्शकों के लिए पौराणिक धारावाहिक रामायण को फिर से लेकर आ रहे हैं।‘
मेकर्स को बदलना पड़ा फैसला, अरुण गोविल को मिला राम का रोल
रामानंद सागर की रामायण का टीवी पर फिर से प्रसारण शुरू हुआ है। सीरियल में राम का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल ने शो से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से शेयर किए हैं। अरुण ने कहा कि शुरुआत में राम के किरदार के लिए रिजेक्ट हुए थे। इसके बाद अरुण गोविल रामानंद सागर के पास ऑडिशन देने पहुंचे। रामानंद सागर ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया।
रामानंद सागर के बेटों ने अरुण को भरत और लक्ष्मण का रोल ऑफर किया था। लेकिन, मैंने मना कर दिया और कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं राम के रोल के लिए ठीक नहीं हूं तो कोई बात नहीं। इसके बाद उन्होंने किसी और को राम के किरदार के लिए चुन लिया। हालांकि कुछ दिन बाद रामायण के निर्माताओं ने अपना फैसला बदला और मुझे भगवान राम का रोल दे दिया।
अरुण गोविल और रामानंद सागर की मुलाकात
अरुण गोविल अपने एक निजी इंटरव्यू में कहा- ‘मैंने 1977 में राजश्री पिक्चर्स और सागर साहेब के साथ काम करना शुरू किया था। मैंने आनंद सागर के डायरेक्शन में बनी फिल्म बादल में भी काम किया। इसके बाद मैं विक्रम बेताल सीरियल में काम करने लगा। मैंने उनसे संपर्क किया। हालांकि उस वक्त पौराणिक कथाओं पर बेस्ड टीवी सीरियल में काम करना आसान नहीं था।
मैं बहुत सारी कमर्शियल फिल्में कर रहा था। मेरे फैमिली मेंबर्स और दोस्तों ने मुझे रामायण में काम करने से मना किया। जैसे ही मुझे पता चला कि सागर साहेब रामायण बना रहे हैं तो मैं खुद उनके पास गया और अपने लिए भगवान राम का रोल मांगा, क्योंकि मैं दिल से चाहता था कि वो रोल मैं करूं।‘
रामायण करने के बाद फिल्में मिलना बंद हुईं
राम का किरदार निभाने के बाद भले ही अरुण पूरी दुनिया में फेमस हो गए हों लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हुए। उन्हें कमर्शियल फिल्में मिलनी बंद हो गई थीं। लोग उन्हें राम के अलावा किसी और किरदार में देखने के तैयार ही नहीं हो रहे थे। हालांकि इसके लिए अरुण को कभी कोई मलाल नहीं रहा। उन्होंने एक पुराने इंटरव्यू में कहा- रामायण से मुझे जो कुछ मिला, वो शायद मैं कितनी भी फिल्में कर लेता, मुझे नहीं मिलता।