मुंबई के सरस्वती वैद्य हत्याकांड में बड़ा खुलासा
– मनोज बेरोजगार था, पैसों की तंगी के चलते रोज होती थी लड़ाई
– 4 जून को हुई थी सरस्वती की हत्या, 7 जून को सामने आया मामला
मुंबई। मुंबई के सरस्वती वैद्य हत्याकांड में पुलिस ने शुक्रवार को कई खुलासे किए। पुलिस ने बताया कि हत्या के आरोपी मनोज साने और सरस्वती वैद्य ने पति-पत्नी थे और कुछ समय पहले ही दोनों ने मंदिर में शादी की थी। दोनों की उम्र में 20 साल से ज्यादा का अंतर था। इस वजह से शर्म के कारण वह अपने जान-पहचान वालों को मनोज का परिचय अपने चाचा के रूप में कराती थी। दोनों की शादी के बारे में उसने अपनी बहन को भी बता रखा था।
डीसीपी जयंत बाजबाले ने बताया कि सरस्वती की तीन बहनें है। बचपन में ही उसके मां.बाप अलग हो गए थे। मां.बाप के अलग हो जाने के बाद सरस्वती अपनी मां के साथ रहने लगी थी लेकिन कुछ ही सालों के भीतर उसकी मां की मौत हो गई। मां की मौत के बाद सरस्वती अहमदनगर के जानकीबाई आप्टे बालिका आश्रम में रहने लगी। आश्रम में उसने कक्षा एक से दसवीं तक की पढ़ाई की। वह दस सालों तक इसी आश्रम में रही। सरस्वती ने 18 साल की होने पर आश्रम छोड़ दिया और औरंगाबाद में अपनी बहन के साथ रहने लगी। वह चार सालों तक बहन के साथ रही। इसके बाद वह मुंबई शिफ्ट हो गई। मुंबई में वह मनोज साने के संपर्क में आई।
मनोज ने नौकरी दिलाने में की थी मदद, घर में रहने को दी थी जगह
मुंबई में मनोज साने ने नौकरी दिलाने में सरस्वती की मदद की। जब सरस्वती को मुंबई में रहने का कोई ठिकाना नहीं मिला तो मनोज ने बोरीवली में अपने फ्लैट में उसे रहने दिया। वह बोरीवली में मनोज के फ्लैट में कुछ समय तक रही। यह वह समय थाए जब दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और दोनों ने शादी करने का फैसला किया। वे कानूनी तौर पर शादी करना चाहते थे लेकिन उन्होंने बाद में मंदिर में शादी की। मनोज साने और सरस्वती सात सालों से मीरा रोड वाले फ्लैट में रह रहे थे। मूल रूप से सरस्वती औरंगाबाद की है। आश्रम में सरस्वती के कुछ एजुकेशनल दस्तावेज भी थेए जिसके लिए वह नियमित तौर पर मनोज के साथ अहमदनगर जाती थीं। आश्रम में सरस्वती ने मनोज को अपना चाचा बताया था। फिलहाल सरस्वती की बहनों के बयान लिए जा रहे हैं। उनका डीएनए टेस्ट भी किया जाएगा।
मनोज बेरोजगार था, पैसों की तंगी के चलते रोज होती थी लड़ाई
मनोज साने राशन की दुकान पर काम करता था, जहां उसे मामूली वेतन ही मिलता था। कुछ महीनों से उसकी वह नौकरी भी चली गई थी और वह अपने एक मकान से आने वाले 35 हजार रुपए किराए के ही भरोसे थे। सरस्वती कोई काम नहीं करती थी और मनोज साने की कमाई नहीं थी। ऐसे में दोनों के बीच लड़ाई होती रहती थी। यही लड़ाई 3 जून को इतनी बढ़ गई कि गुस्से में मनोज साने ने पत्नी को चाकू मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी मनोज ने बताया कि सरस्वती की हत्या का राज छिपाने के लिए कटर से उसके शव के टुकड़े कर डाले फिर उन्हें उबालकर कुत्तों को खिला रहा था।
सरस्वती की हत्या के बाद खुद की भी जान लेना चाहता था साने
सरस्वती की हत्या के मामले में नया नगर पुलिस ने गुरुवार को मनोज साने को गिरफ्तार किया था। साने को 16 जून तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। साने के साथ पूछताछ में उने पुलिस को बताया कि वह सरस्वती के शव के टुकड़े.टुकड़े कनरे के बाद खुद की भी जान लेना चाहता था। साने ने अपने फ्लैट में तीन बाल्टियों में सरस्वती के शरीर के कटे टुकड़ों को रखा था। वह शव की दुर्गंध छिपाने के लिए नियमित तौर पर फ्लैट में स्प्रे करता था। यह मामला उस समय सामने आयाए जब पड़ोसियों ने फ्लैट से बदबू आने की शिकायत कर पुलिस को इसकी सूचना दी।
सरस्वती के सिर के भी टुकड़े कर दिए थे
पुलिस का कहना है कि मनोज साने ने सरस्वती के सिर के भी टुकड़े.टुकड़े कर दिए थे। पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि साने ने ना सिर्फ शव को काटने के बाद उसके टुकड़ों को प्रेशर कुकर में उबाला था बल्कि उन्हें भूना भी था और उन्हें बाल्टी में छिपा दिया था। कहा जा रहा है कि सरस्वती की चार जून को मौत हो गई थी और यह मामला सात जून को सामने आया।पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि साने बीते कुछ दिनों से आवारा कुत्तों को कुछ खिला रहा था जबकि उसने पहले कभी ऐसा नहीं किया था। साने के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या हुआ था
मुंबई के मीरा रोड पर मौजूद गीता आकाश दीप सोसाइटी में 7 जून को पुलिस की टीम पहुंची। दरअसल पड़ोसियों ने इस सोसाइटी के एक फ्लैट से बदबू आने की शिकायत की थी। जब पुलिस सातवीं मंजिल पर मौजूद इस फ्लैट में पुलिस पहुंची तो उनके होश उड़ गएण् यहां पुलिस को तीन बाल्टियों में लाश के टुकड़े मिले। पुलिस को खून से लथपथ तीन पेड़ काटने वाला कटर भी मिले। शव के ये टुकड़े सरस्वती वैद्य नाम की महिला के बताए गएए जो उस फ्लैट में 56 साल के मनोज साने के साथ रहती थी। पुलिस ने जब सख्ती से आरोपी से पूछताछ की तो उसने दिल दहलाने वाला सच उजागर कियाण्आरोपी ने पुलिस को बताया कि शव को काटने के लिए बाजार से पेड़ काटने वाली मशीन लाया था। वह तीन दिनों तक घर में अपनी लिव इन पार्टनर के शव के टुकड़े करता रहा। आरोपी ने शव के कई टुकड़े किए थे। शव से बदबू न आए इसलिए मिक्सर में टुकड़ों को पीसकर कुकर में उबाला। उसने हड्डियांए मांस और खून को अलग.अलग कर दिया था।
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