महंगी सब्जियों के लिए मियां जिम्मेदार
– असम के मुख्यमंत्री ने मियांओं की मनमानी पर उठाए सवाल
– असमिया युवाओं को सब्जियां बेचने के लिए कहा
– असम के बाजार में ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां
– असमिया लोग महंगे दामों में सब्जियां खरीदने को मजबूर
दिसपुर। असम के बाजारों में सब्ज्यिां महंगी बिक रही है। इनके बढ़ते दामों के लिए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मियांओं को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां हैं। ये असमिया लोगों को महंगी सब्जी बेच रहे हैं। अगर असमिया व्यापारी आज सब्जियां बेचते तो वह कभी अपने लोगों से ज्यादा कीमत नहीं वसूलते। सीएम सरमा ने असम के युवाओं को आगे आने और सब्जी बेचने के लिए कहा। उन्होंने भरोसा दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से बाजार को खाली करवा देंगे, जिससे असमिया लड़कों को रोजगार का अवसर मिल सकेगा।
इस पर पलटवार करते हुए एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्गी अण्डा ना दे तो उसका इल्जाम भी मियां पर ही लगा देंगे। शायद अपनी निजी नाकामियों का ठीकरा भी मियां भाई के सर ही फोड़ते होंगे। आज कल मोदीजी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है, उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू वगैरा मांग कर काम चला लीजिए।
असम में मियां को लेकर क्या है विवाद
असम में बंगाली मूल के मुसलमानों के लिए अक्सर मियां शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए थे। असम के मुख्यमंत्री अक्सर मिया समुदाय को सांप्रदायिक बताते रहे हैं। साल 2021 में असम विधानसभा चुनाव से पहले सरमा ने एक कार्यक्रम में कहा था कि मियां समुदाय असमिया संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है। सरमा ने उन्हें बाहरी भी बताया था।
ताजा विवाद अजमल के बयान से सामने आया
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने हाल ही में मियां पर एक बयान देकर इसे फिर चर्चा में ला दिया। अजमल ने कहा था कि असमिया समुदाय मुस्लिमों के बिना अधूरा है। मिया मुस्लिम और असमिया लोग भाइयों की तरह हैं। राज्य मुस्लिम समुदाय के बिना अस्तित्व में नहीं रह सकता। हिमंत सरमा की ताजा टिप्पणी अजमल के इसी बयान के बाद आई। सरमा ने कहा कि अगर असमिया व्यापारी आज सब्जियां बेचते तो वह कभी अपने असमिया लोगों से ज्यादा कीमत नहीं वसूलते।
असम के लोग आगे आएं, तो मियां से बाजार खाली करा दूंगा
सीएम सरमा ने असम के युवाओं को आगे आने और सब्जी बेचने के लिए कहा। उन्होंने भरोसा दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से फ्लाईओवर के नीचे के बाजार को खाली करवा देंगे, जिससे असमिया लड़कों को रोजगार का अवसर मिल सके। सीएम ने यह भी कहा कि हम सभी ने देखा है कि कैसे गुवाहाटी शहर में ईद के दौरान भीड़ कम दिखाई देती है। बसों की आवाजाही कम हो जाती है क्योंकि ज्यादातर बस और कैब चलाने वाले मियां समुदाय से हैं।
सीएम के मुंह से ऐसी बातें अच्छी नहीं लगती
असम के धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने सरमा के बयान की फिर आलोचना की। अजमल ने कहा कि सीएम राज्य के प्रमुख हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द सही नहीं लगते हैं। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। अजमल ने आगे कहा कि यह सब करके वह मुसलमानों और असमिया लोगों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं। अगर यह सब होने के बाद भी कोई घटना घटती है तो इसके लिए सरकार और सीएम सरमा जिम्मेदार होंगे।
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