मप्र में 4 जुलाई से शुरू होगी मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना, ऐसे करें आवेदन
-ट्रेनिंग के दौरान इतना मिलेगा स्टाइपेंड
भोपाल। मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसी को ध्यान में रखते हुए शिवराज सरकार ने युवाओं को साधने के लिए प्लान बना लिया है। इसी क्रम में प्रदेश की शिवराज सरकार अब युवाओं को एक और बड़ी सौगात देने जा रही है। दरअसल, प्रदेश में 4 जुलाई से मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की शुरूआत होने वाली है। इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही, उन्हें 8 से 10 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जाएगा। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भोपाल स्थित रवींद्र भवन में किया जाएगा। मुख्यमंत्री 4 जुलाई को इस योजना में युवा आवेदकों के पंजीयन की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को उद्योग उन्मुख नई तकनीक और प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें सहजता से रोजगार प्राप्त हो सकेगा। यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाएगी।
4 जुलाई से पंजीयन शुरु
भोपाल के रवीन्द्र भवन में मुख्यमंत्री द्वारा MMSKY (मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना) पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठानों का पंजीयन 7 जून से प्रारंभ हो गया है। काम सीखने के इच्छुक युवाओं का पंजीयन 4 जुलाई से आरंभ होगा। 15 जुलाई से युवाओं का आवेदन आरंभ होगा तथा 31 जुलाई से युवा, प्रतिष्ठान एवं मध्य प्रदेश के बीच अनुबंध हस्ताक्षर (ऑनलाइन) की कार्रवाई होगी। एक अगस्त से विभिन्न प्रतिष्ठानों में युवाओं का प्रशिक्षण प्रारंभ होगा। एक माह प्रशिक्षण के बाद अर्थात एक सितंबर से युवाओं को मानदेय राशि (स्टाइपेंड) का वितरण राज्य शासन द्वारा किया जाएगा। यह सभी प्रक्रिया पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन की जाएगी।
ट्रेनिंग के दौरान इतना मिलेगा स्टाइपेंड
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत 4 जुलाई से पात्र युवाओं का पंजीयन शुरू हो जाएगा। प्रदेश सरकार इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को इंटर्नशिप और नौकरी उपलब्ध कराएगी। इस ऑनलाइन प्रक्रिया में युवाओं को कौशल सीखने के साथ ही आठ से दस हजार रुपये मासिक मानदेय (स्टाइपेंड) दिया जाएगा। इसमें से 75% राशि राज्य सरकार देगी और 25% राशि कंपनी द्वारा दी जाएगी। अब तक 10,368 प्रतिष्ठान (कंपनियां) पंजीकृत हो गई है और इन कंपनियों में 34 हजार से अधिक रिक्त पदों पर युवाओं की नियुक्ति की जाएगी। प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अथवा फ़ॉर्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
इन युवाओं को है लाभ लेने की पात्रता
इस योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्य प्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र, प्रशिक्षणार्थी कहलाए जाएंगे। प्रत्येक कोर्स के लिए देय स्टाइपेंड का निर्धारण प्रावधानित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया गया है। इसमें 12वीं या उससे कम कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को 8 हज़ार रूपये प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हज़ार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हज़ार तथा स्नातक उत्तीर्ण अथवा इससे उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले प्रशिक्षणार्थी युवाओं को 10 हज़ार रूपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा।
सीखो और कमाओ योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
० सीखो और कमाओ योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा जिसके लिए आप सभी को अधिकारिक वेबसाइट https://mmsky.mp.gov.in/ पर जाना होगा।
० अधिकारिक वेबसाइट का होम पेज दिखाई देगा जिसमें आपको अप्लाई ऑनलाइन का विकल्प दिखेगा।
० आपको ड्रॉप डाउन मेनू पर सीखो और कमाओ योजना का विकल्प दिख रहा होगा, आपको इस विकल्प पर क्लिक करना है।
० अब आवेदक से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए एक फॉर्म खुलेगा जिसमे आवेदक से संबंधित सभी जानकारियां प्रदान कर देनी है।
० इसके बाद आपको सभी आवश्यक दस्तावेजों का पीडीएफ फाइल अटैच अपलोड (प्रिंटर द्वारा स्कैन) कर देना है।
० सभी आवश्यक दस्तावेजों को अटैच करने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना है इस प्रकार आपका ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरा जा चुका है।
पंजीयन के बाद संबंधित को लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड एसएमएस अथवा ई-मेल द्वारा प्राप्त होगा। पंजीयन के समय किसी समस्या का समाधान पोर्टल पर दिए गए हेल्प-डेस्क पर संपर्क कर किया जा सकता है।
https://mmsky.mp.gov.in/?page=lgdprhvrT0r2JtVen1lRzQ%3D%3D
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