ब्रिटेन में मिला कोविड का नया वेरिएंट
– स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कितना घातक है वायरस?
– ब्रिटेन में कोविड-19 का नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है
– भारत सरकार कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर हुई सतर्क
– कोरोना के नए वेरिएंट ईजी 5.1 को एरीस नाम दिया गया
दुनिया भर में तबाही मचा चुके कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। अब यह खबर आ रही है कि ब्रिटेन में कोरोनावायरस का नया वेरिएंट ईजी 5.1 तेजी से पैर पसार रहा है, जिसे एरीस का नाम दिया गया है। इस नए वैरिएंट का मरीज भारत में भी पाया गया है, जिसके बाद से लोगों को भय सताने लग गया है कि ये खतरनाक हो सकता है। वहीं इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार कोरोना को लेकर सतर्क है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट पर सरकार की पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि हमने जीनोम सीक्वेंसिंग बंद नहीं की है। सीक्वेंसिंग के दौरान करीब 250 से कोरोना के वेरिएंट और सब वेरिएंट्स मिले हैं।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने आगे बताया कि ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए वेरिएंट का पहला मामला भारत मे भी मिला है। इसके बारे में हम अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा हालात को देखें तो भारत में कोरोना वायरस संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है। इसके बावजूद इस महामारी का खतरा टला नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिशें लगातार जारी है और नए वेरिएंट को लेकर फिलहाल बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कई वायरस अपना रूप बदलते रहते है।
कहां मिला है कोविड का नया वेरिएंट?
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना का नया वेरिएंट महाराष्ट्र में मिला है। जिस इलाके में यह पाया गया है वहां की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन समेत कुछ देशों में हाल के दिनों में एरिस कोरोना वेरिएंट के मरीज बढ़ने की बात सामने आई है। उन्होंने बताया कि कोरोना का नया एरिस वेरिएंट सबसे पहले ब्रिटेन में पाया गया था, जिसके बाद से ये तेजी से फैल रहा है। उन्होंने दावा किया कि फिलहाल किसी भी तरह से डरने की आवश्यता नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ बोले- बना हुआ है खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने बुधवार को कहा कि डब्लूएचओ वर्तमान में कई कोरोनो वायरस वेरिएंट पर नजर रख रहा है, जिसमें ईजी 5.1 वेरिएंट भी शामिल है, जो अमेरिका और यूके में फैल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, ज्यादा खतरनाक वेरिएंट के उभरने का खतरा बना हुआ है, जो मरीजों और मौतों में अचानक वृद्धि का कारण बन सकता है।
ओमीक्रॉन से मिलता जुलता है यह वेरिएंट
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना के नए वेरिएंट (एरिस) के लक्ष्ण मुख्य तौर पर ओमीक्रॉन के समान ही हैं। इनमें गले में खराश, नाक बहना, बंद नाक, छींकें आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, कफ, मांसपेशियों में दर्द और सूंघने की क्षमता प्रभावित होना शामिल है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खुलासा किया कि खराब मौसम की स्थिति और घटती रोग प्रतिरोधक क्षमता की इसमें बहुत बड़ी भूमिका है। इससे अधिक लोगों में वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि मामलों में वृद्धि के मूल कारण की अभी तक पुष्टि नहीं की गई है।
ब्रिटेन में कोविड की नई लहर की उम्मीद
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में ऑपरेशन रिसर्च की प्रोफेसर क्रिस्टीना पेजेल के अनुसार ब्रिटेन में कोविड के नए वेरिएंट तबाही मचा सकती है। सितंबर में उम्मीद जताई जा रही है कि कोविड के मामले तेजी से बढ़ेंगे।
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