यूएई में बुर्ज खलीफा पर तिरंगे के साथ नजर आए पीएम मोदी
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दिवसीय यूएई दौरा
– मोदी ने राष्ट्रपति शेख मोहम्मद से द्विपक्षीय मुद्दों पर की चर्चा
दुबई। फ्रांस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक दिवसीय यात्रा पर यूएई पहुंचे। अबू धाबी हवाई अड्डे पर क्राउन प्रिंस एचएच शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने पीएम मोदी का स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा जगमगा उठी। बिल्डिंग पर तिरंगा, पीएम मोदी की तस्वीर और वेलकम नोट ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत है।‘ नजर आया।
पीएम मोदी को सेरेमोनियल वेलकम दिया गया। यूएई के राष्ट्रपति भवन ‘कसर अल वतन‘ में उनका स्वागत राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड भी बांधा। पीएम मोदी के स्वागत में दुबई में बनी दुनिया की सबसे बड़ी इमारत बुर्ज खलीफा को सजाया गया। इमारत पर भारतीय तिरंगे के साथ पीएम मोदी की फोटो को दिखाया गया। पीएम मोदी के स्वागत पर बुर्ज खलीफा पर एक वीडिया दिखाया गया जिसमें तिरंगा, पीएम मोदी की तस्वीर और वेलकम नोट ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत है।‘ नजर आया।
आपका दिया सम्मान हमारे बीच के भाईचारे को दिखाता है – मोदी
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर बैठक की। तय कार्यक्रम के मुताबिक पीएम का औपचारिक स्वागत हुआ। बैठक के बाद पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए कहा कि- ‘आपने मुझे जो सम्मान दिया है वो हमारे बीच के भाईचारे को दिखाता है’ हमारा बाइलैट्रल ट्रेड 20 प्रतिशत तक बढ़ा है।
दोनों देशों के बीच का ट्रेड 85 अरब डॉलर यानी करीब 6 लाख करोड़ रुपए पहुंच चुका है। ये जल्द ही 100 अरब डॉलर यानी 8 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगा। पीएम मोदी ने इस साल नवंबर-दिसंबर में यूएई में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले सीओपी-28 समिट के लिए मिले न्योते पर धन्यवाद जताया।
दोनों देशों के संबंध पहले से काफी बेहतर हुए हैं
राष्ट्रपति शेख मोहम्मद के साथ बैठक के बाद बाद मोदी ने बयान साझा किया कहा, दोनों देशों के संबंध पहले से काफी बेहतर हुए हैं। हर भारतीय अब यूएई को सच्चे दोस्त की तरह देखता है। पीएम मोदी के दौरे पर भारत और यूएई के बीच एक-दूसरे की करेंसी में व्यापार करने पर समझौता भी हुआ है।
मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद यूएई का पांचवां दौरा
नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद ये यूएई का पांचवां दौरा है जो भारत और यूएई के गहरे होते संबंधों का भी प्रमाण है। साल 2019 में पीएम मोदी को यूएई के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद से सम्मानित किया गया था। पिछले साल ही भारत और यूएई के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे हुए थे। ऐसे में भारत अरब देशों के साथ भी अपने संबंधों को लगातार बेहतर कर रहा है। उसके पीछे भी एक बड़ी वजह रूस और चीन के बीच बढ़ती जुगलबंदी है। पाकिस्तान को साधने के लिए भी भारत सऊदी अरब और यूएई दोनों के साथ अपने रिश्तों को मजबूत बनाए रखता है।
पीएम मोदी ने विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर की बात
पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद जायद नाहयान के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के तहत सीओपी-28 की अध्यक्षता और भारत की जी-20 समूह की अध्यक्षता में भी विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर सहयोग करने को लेकर बात की। बता दें कि जी-20 समूह में यूएई विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल है।
यूएई में 35 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय
संयुक्त अरब अमीरात में प्रवासी भारतीय समुदाय सबसे बड़ा जातीय समुदाय है और देश की कुल आबादी में उसकी तकरीबन 30 फीसदी हिस्सेदारी है। संयुक्त अरब अमीरात के रिकॉर्ड के अनुसार, 2021 में देश में प्रवासी भारतीय नागरिकों की संख्या लगभग 35 लाख थी।
अपने वैश्विक निर्यात का 7 प्रतिशत हिस्सा यूएई को निर्यात करता है भारत
आर्थिक साझेदारी ने यूएई के साथ सांस्कृतिक, शैक्षिक, सामरिक व कला के क्षेत्र में भी एक-दूसरे के प्रति सहयोग एवं विश्वास का भाव विकसित करने में मदद की है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती देने के लिए 1975 में एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किया गया था ताकि कला, शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण आयामों का आदान-प्रदान संभव हो सके।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा हाल में जारी किए गए आंकड़े के अनुसार भारत अपने वैश्विक निर्यात का 7 प्रतिशत हिस्सा यूएई को निर्यात करता है जो भारतीय उत्पादों के लिए अमेरिका (17.41 प्रतिशत) के बाद दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। वहीं दूसरी तरफ आयात के दृष्टिकोण से भी भारत कुल वैश्विक आयात का 7.4 प्रतिशत हिस्सा यूएई से आयात करता है जो चीन (13.79 प्रतिशत) के बाद सबसे ज्यादा है।
यूएई को क्या एक्सपोर्ट करता है भारत?
यूएई, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार है। इसमें यूएई ने भारत से 2 लाख करोड़ रुपए का इम्पोर्ट किया है। पिछले कुछ दशकों में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये जाते रहे हैं। जहां यूएई को भारत श्रम आधारित उत्पाद जैसे अनाज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आभूषण आदि का निर्यात कर रहा है वहीं भारत यूएई से पेट्रोलियम, मिनरल आयल, रक्षा सौदा, हीरे एवं सोना जैसी कीमती वस्तुओं के साथ न्यूक्लियर रिएक्टर, रासायनिक पदार्थ, शिप आदि का आयात करता है।
भारत के खिलाफ कश्मीर पर बोलने से बचता है यूएई
यूएई उन अरब देशों में से एक है जो पाकिस्तान के नजदीक है। उनकी दोस्ती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को यूएई ने भंडार बढ़ाने के लिए 1 अरब अमेरिकी डॉलर की मदद की है। आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी यूएई पाकिस्तान को कर्ज देकर मदद कर चुका है।
हालांकि, पाकिस्तान से अच्छे संबंध होने के बावजूद यूएई कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ कोई भी बयान देने से बचता है। 2019 में जब भारत ने कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म किया तो यूएई ने इसे भारत का आंतरिक मसला बताया था, जबकि पाकिस्तान भारत के इस एक्शन पर अरब देशों से कड़ी प्रतिक्रिया की उम्मीद कर रहा था।
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