पीएम के जन्मदिन पर 30 लाख कामगारों को मिलेगी सौगात
-देश भर में होगी विश्वकर्मा योजना लॉन्च
-15 अगस्त को पीएम मोदी ने किया था ऐलान
-18 तरह के कामगारों को योजना से जोड़ा जाएगा
-विश्वकर्मा योजना के लिए केंद्र सरकार ने जारी किए 13,000 करोड़
नई दिल्ली। केंद्र सरकार विश्वकर्मा जयंती के दिन यानी 17 सितंबर को विश्वकर्मा योजना शुरू करने जा रही है। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिन भी है। इस लिहाज से सरकार इसे बड़े स्तर पर लॉन्च करने जा रही है। कार्यक्रम की लॉन्चिंग देश भर में एक साथ की जाएगी। बता दें कि 17 सितंबर को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री इस योजना का शुभारंभ दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरेनशनल कॉन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में करेंगे।
पीएम विश्वकर्मा योजना को करेंगे लॉन्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम को लांच करेंगे। इसके साथ ही वो इस मौके पर सभी केंद्रों पर मौजूद कामगार वर्ग के लोगों को संबोधित भी करेंगे। बताया जा है कि इस कार्यक्रम से 30 लाख कामगारों को लाभ मिलेगा। 16 अगस्त को इस योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिली थी।
15 अगस्त को पीएम मोदी ने किया था ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। केन्द्र सरकार ने छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक सहायता के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी है। 17 सितंबर को लांच हो रही इस योजना को 3 मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय मिल कर लागू करेंगे। इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए अगले पांच साल में 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।
क्या है इस योजना का उद्देश्य?
प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल का उद्देश्य परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। इसके साथ ही, स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प की सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखना है। इस योजना का लाभ लेने के लिए बायोमीट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर मुफ्त पंजीकरण किया जाएगा। इसके माध्यम से कारीगरों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र प्रदान किए जाएंगे।
कारीगरों के आधुनिक ट्रेनिंग और कौशल विकास के लिए आर्थिक सहायता का भी प्रावधान किया गया है। इसके तहत लाभार्थियों को 15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही 5 प्रतिशत रियायती ब्याज के साथ 1 लाख (पहली किस्त) और 2 लाख (दूसरी किस्त) का लोन दिया जाएगा।
गुरु-शिष्य परंपरा और परिवार को मिलेगी सहायता
इस योजना का एक और उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा को मजबूती देना और अपने हाथों या औजारों से काम करने वाले विश्वकर्माओं की प्रोत्साहन करना है। इसके अतिरिक्त जिन परिवारों में जो शिल्प कला पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है, उसे आर्थिक सुरक्षा और सहयोग देना है। इस लिहाज से पीएम विश्वकर्मा का मुख्य लक्ष्य कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और जन सेवाओं की क्वालिटी में सुधार लाना और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है।
योजना में कुल 18 तरह के कार्यों का उल्लेख
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश भर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करना है। इस योजना में 18 क्षेत्रों के पारंपरिक कार्यों को शामिल किया जाना है। (1) बढ़ई, (2) नाव निर्माता, (3) कवचधारी, (4) लोहार, (5) हथौड़ा और टूल किट बनाने वाले, (6) ताला बनाने वाले, (7) सुनार, (8) कुम्हार, (9) मूर्तिकार या पत्थर तोड़ने वाले, (10) जूता कारीगर, (11) राजमिस्त्री, (12) टोकरीध्चटाई बुनकर, (13) गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, (14) नाई, (15) माला बनाने वाले, (16) धोबी, (17) दर्जी, और (18) मछली पकड़ने की जाल बनाने वाले शामिल है। वित्त वर्ष 2023-24 से लेकर 2027-28 तक की अवधि में30 लाख कारीगरों को इसमें शामिल किया जाएगा।
पीएम के जन्मदिन के मौके पर बीजेपी 16 दिन कार्यक्रम चलाएगी
बीजेपी पीएम के जन्मदिन पर यानी की 17 सितंबर से ‘सेवा ही संगठन’ कार्यक्रम शुरू करेगी और ये 2 अक्टूबर यानि महात्मा गांधी जयंती तक चलेगा। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुम चुघ, विनोद तावड़े, सुनील बंसल, संजय बंदी और कैलाश विजयवर्गीय को दी गई है। सेवा पखवाड़ा के दौरान बीजेपी राज्य से लेकर जिले स्तर पर पीएम मोदी के जीवन से जुड़े सभी पहलुओं को लेकर एग्जीबिशन लगाएगी और मलिन बस्तियों में जाकर सेवा का कार्य करेगी। इतना ही नहीं, इस दौरान मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान उनकी उपलब्धियों को लेकर भी आम लोगों तक पहुंचेगी।
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