पढ़े-लिखे नेताओं को वोट देने की अपील करने वाले अनएकेडमी टीचर के वीडियो पर बवाल
– वीडियो वायरल होने के बाद मामला बढ़ता देख अनएकेडमी ने करन सांगवान को निकाला
– दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया किया करन का समर्थन
नई दिल्ली। एडटेक कंपनी अनएकेडमी द्वारा अपने एक टीचर को नौकरी से निकालने का मामला अब तुल पकड़ते जा रहा है। दरअसल, करण सांगवान नाम के टीचर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह लोगों से सिर्फ पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को वोट करने की अपील करते नजर आ रहे थे। अब इस विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टीचर का समर्थन किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आखिर इस तरह की अपील करना गुनाह कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि अगर कोई अनपढ़ है तो मैं उसका सम्मान करता हूं। लेकिन जनप्रतिनिधि को पढ़ा लिखा होना चाहिए, क्योंकि यह साइंस और टेक्नोलॉजी का वक्त है और ऐसे में आपके जनप्रतिनिधि को इस तरह से तैयार रहना चाहिए।
अनएकेडमी का बयान आया सामने
वहीं, इस पूरे विवाद पर कंपनी के को-फाउंडर रोमन सैनी ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि करण सांगवान ने कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन किया, यही वजह रही कि उन्हें निकाला गया है। रोमन सैनी ने अपने बयान में कहा कि अनएकेडमी में काम करने वाले सभी शिक्षकों के लिए कोड ऑफ कंडक्ट तय किया गया है, जिसमें सभी से निष्पक्ष रहने की अपील की जाती है। क्लासरूम ऐसी जगह नहीं है, जहां आप अपने निजी ओपिनियन को सामने रखें और छात्रों की सोच को प्रभावित करें। यही वजह से ही हमें करण सांगवान से खुद को अलग करना पड़ा है।
करन के समर्थन में आई ये कांग्रेस नेत्री
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अनएकेडमी के को फाउंडर रोमन सैनी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग दबाव में डरते हैं और धमकाते हैं, वे कभी भी उन नागरिकों की सहायता नहीं कर सकते जो इस दुनिया का सामना करने के लिए सभी बाधाओं के खिलाफ खड़े होते हैं। श्रीनेत ने कहा कि ऐसे रीढ़विहीन और कमजोर लोगों को एक शिक्षा मंच चलाते हुए देखकर दुख होता है।
उन्होंने अपने ट्वीट में रोमन सैनी के साथ पीएम मोदी की एक तस्वीर भी साझा की है। उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि क्या यह राय युवा मस्तिष्कों को सकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करती है? शर्म आती है अनएकेडमी अगर केवल इस दृष्टिकोण को व्यक्त करने से आप किसी की नौकरी ले लेते हैं। उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता कि हर किसी को यह क्यों लग रहा है कि करन सांगवान की टिप्पणी मिस्टर सुप्रीम के बारे में थी?
करन सांगवावन ने वीडियो में कहा क्या था?
करन सांगवान अनएकेडमी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर छात्रों की क्लास ले रहे थे। क्लास के दौरान सांगवान ने अपील करते हुए कहा कि याद रखें कि जब भी आप अगली बार वोट करने जाएं तो एक पढ़े-लिखे व्यक्ति को चुनें। उसे चुनें जो आपकी चीजों को समझता हो। सिर्फ ऐसे इंसान को न चुनें जिनको सिर्फ नाम बदलना आता हो। अपना फैसला ठीक से लें। वीडियो का यह हिस्सा तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक वर्ग करन की इस बात पर अनएकेडमी का विरोध करने लगा। करन सांगवान पर सवाल उठाने लगा। दवाब बढ़ता देख अनएकेडमी द्वारा करन सांगवान को अपने यहां से निकाल दिया गया।
कौन हैं करन सांगवान
बता दें कि करन सांगवान ने क्रिमिनल लॉ में मास्टर्स किया हुआ है। उन्हें 7 साल का टीचिंग एक्सपीरियंस है। उन्होंने हिमाचल लॉ विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की है। मिली जानकरी के अनुसार, करन सांगवान साल 2020 से अनएकेडमी में पढ़ा रहे थे। इसके अतिरिक्त, करन लीगल पाठशाला के फाउंडर भी हैं। उनका अपना भी एक यूट्यूब चैनल है। करन ने अपने बयान पर बढ़ते विवाद पर 19 अगस्त यानि शनिवार को विस्तार में बात करने की बात कही है।
करन सांगवान ने दी सफाई
करण सांगवान ने इस पूरे विवाद की सफाई में कहा है कि कुछ दिनों से मेरा एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक बयान को लेकर मसला बनाया गया है। इस कारण से मैं विवाद में आया हूं और मेरे कई स्टूडेंट्स को भी निशाना बनाया गया है, इसका असर मुझ पर भी हुआ है।
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