हाईकोर्ट में गूंजेगा पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का मामला
– पटवारी परीक्षा भर्ती पर सीएम शिवराज सिंह ने लगाई रोक
– विवाद बढ़ने के बाद सीएम ने लिया फैसला
– कांग्रेस ने लगाया था घोटाले का आरोप
– पटवारी परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी को लेकर हजारों छात्रों ने किया था प्रदर्शन
भोपाल | मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा का मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की गई है। इधर, कांग्रेस ने हाईकोर्ट के सिटिंग जज से मामले की जांच कराने और पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग की है। मध्यप्रदेश में इन दिनों पटवारी चयन परीक्षा को लेकर जमकर सियासत चल रही है। शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद सीएम शिवराज ने नियुक्तियों पर फिलहाल रोक लगा दी है।
सीएम शिवराज ने ट्वीट में क्या लिखा
सीएम शिवराज ने टवीट कर कहा है कि कर्मचारी चयन मंडल की ओर से समूह-दो, उप समूह-चार एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेंटर के परिणाम की फिर से जांच की जाएगी।
प्रदेशभर में छात्रों का प्रदर्शन
पटवारी परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी को लेकर हजारों छात्रों ने अलग-अलग जिलों में कलेक्ट्रेट जाकर सरकार से नतीजों की जांच कराने के लिए ज्ञापन सौंपा। ग्वालियर के एक निजी कॉलेज को घेरते हुए छात्रों ने परीक्षा परिणामों पर सवालिया निशान खड़े किए। इसके बाद कांग्रेस में भी रिजल्ट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सवाल दर सवाल तथ्यों को जनमानस के सामने रखा।
दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को दो पन्नों का पत्र लिखा हैं। पत्र में उन्होंने युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता गौरव त्रिपाठी के पत्र में उल्लेखित 8 बिन्दुओं का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से कहा है कि कृपया इसका अवलोकन करें।
क्या है पूरा मामला
एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 के नतीजे 30 जून के दिन रिलीज हुए थे। ये रिजल्ट ग्रुप टू और सब ग्रुप फोर के लिए जारी हुए थे। ऑफिशियल लिस्ट के मुताबिक एमपी पटवारी परीक्षा के टॉप टेन टॉपर्स में से सात टॉपर एनआरआई कॉलेज, ग्वालियर के हैं। इस रिजल्ट को कैंडिडेट्स ने स्वीकार नहीं किया और गड़बड़ी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि इन कैंडिडेट्स ने एग्जामिनेशन फॉर्म हिंदी में साइन किया और इन्होंने क्वैश्चन पेपर इंग्लिश में आंसर किए।
कांग्रेस के आरोप पर गृहमंत्री ने दिया जवाब
परीक्षा के परिणाम आने को बाद से कांग्रेस की आरोपों की झड़ी लग गई। वहीं कांग्रेस द्वारा सभी आरोपों पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा यह कितना शर्मनाक है कि इस देश में हिन्दी में हस्ताक्षर करने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है। मामले को लेकर कांग्रेस नेता अरूण यादव ने पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए थे जिनका जवाब देते हुए प्रदेश गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सभी आरोपों का खंडन किया है। दिग्विजय और अरूण यादव सवाल इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के अशोक नगर का कांग्रेस प्रवक्ता परीक्षा में फेल हो गया।
एक ही सेंटर से 7 टॉपर्स पर बोले गृहमंत्री
एक ही सेंटर से सभी 7 टॉपर्स पास हुए हैं लेकिन सच यह है कि इन टॉपर्स ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है किसी ने भी एक साथ एक ही शिफ्ट में परीक्षा नहीं दी। एक-एक सवाल और एक-एक जवाब का क्लिक रिकॉर्ड में होती है जिसका रिकॉर्ड हमारे पास उपलब्ध है।
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