नूंह हिंसा: 200 रोहिंग्या मुस्लिमों के झोपड़े जमींदोज, 176 लोग गिरफ्तार
-ज्यादातर आरोपियों की उम्र 19 से 25 साल
-घरों में होगी जुमे की नमाज
-सोशल मीडिया पर वायरल हुए 2300 वीडियो
नूंह। 31 जुलाई को हरियाणा के मेवात-नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था। इसके बाद मेवात-नूंह देखते ही देखते हिंसा की आग में जल उठा। दो समुदायों ने भारी मात्रा में तोड़फोड़ की, जन संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, सैकड़ों कारों को आग के हवाले कर दिया गया था। वहीं, पुलिस थाने पर भी हमला किया गया। हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी।
हरियाणा के मेवात-नूंह में हुए दंगों के बाद पुलिस द्वारा शुरुआती जांच में यह पता चला कि इन दंगों में रोहिंग्या शामिल थे। इस जांच के बाद पुलिस ने नूंह में रोहिंग्याओं और अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की। पुलिस ने नूंह के पास तावडू में बसे रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन रोहिंग्याओं ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जे कर निर्माण किए हुए थे। वहीं शुरुआती जांच में इन लोगों का हिंसा में शामिल होने भी बताया जा रहा है। इसी के चलते हरियाणा पुलिस ने कारवाई करते हुए 200 से अधिक झोपड़ियों पर बुलडोजर चला दिया। करीब 4 घंटे चली इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था।
हरियाणा में हुई हिंसा के कारण 4 जिलों- नूंह, पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। चारों जिलों में पैरामिलिट्री फोर्सेज की 20 टुकड़ियां तैनात की गई हैं और इंटरनेट भी बंद है। वहीं, राज्य के 9 जिलों में धारा 144 लागू की गई है।
5 जिलों में 93 एफआईआर दर्ज
हरियाणा में हुई हिंसा के आरोपियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना चालू कर दिया है। अब तक हरियाणा के 5 जिलों में 93 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 176 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। केवल नूंह क्षेत्र में ही 46 एफआईआर दर्ज की गई हैं सोमवार को नूंह में निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद ही दो समुदायों में हिंसा फैली थी। नूंह के अलावा फरीदाबाद में 3, गुरुग्राम में 23, पलवल में 18, रेवाड़ी में 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस आरोपियों की पहचान सोशल मीडिया पर वायरल हुए 2300 वीडियो के जरिए कर रही है। पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम् भूमिका निभाई।
साजिश के तहत नूंह हिंसा को दिया गया अंजाम
प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला कि हिंसा पूरी साजिश के तहत की गई थी। गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपी 19 से 25 साल के बीच के बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने भीड़ में शामिल होकर अवैध हथियारों से फायरिंग की और ईंट, पत्थर, लाठी और डंडों से भी हमला किया था। वहीं पुलिस ने इस बात का भी खुलासा किया है की हिंसा के बाद कई आरोपी मेवात की पहाड़ियों में, राजस्थान के जयपुर-उदयपुर, उत्तर प्रदेश के मेरठ-आगरा-अलीगढ़ में जाकर छिप गए हैं।
घरों में हुई जुमे की नमाज
नूंह के डीसी प्रशांत पंवार और पुलिस अधीक्षक ने उलेमाओं से अपील की थी कि नूंह में जुमे की नमाज घरों से ही अदा करें। वहीं, गुरुग्राम में भी एसीपी क्राइम वरूण दहिया ने खुले में नमाज ना पढ़ने की अपील की। इसके बाद मुसलमानों ने जुमे की नमाज घरों में ही अदा की। सभी मस्जिदों पर पुलिस की सख्त सिक्योरिटी रही।
नूंह में बनाया जाएगा रैपिड एक्शन फोर्स का सेंटर
हरियाणा के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद ने बताया कि जल्द ही नूंह में सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स का सेंटर बनाया जाएगा। गुरुवार को एक हजार जवानों की सेकंड इंडिया रिजर्व बटालियन का हेडक्वार्टर नूंह जिले में शिफ्ट किया गया था। नूंह में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक 3 घंटे के लिए कर्फ्यू हटाया गया। गुरुवार को सीईटी स्क्रीनिंग टेस्ट के कारण नूंह, पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम के कुछ इलाकों में 3 घंटे के लिए इंटरनेट बैन भी हटाया गया था।
मोनू मानेसर का सामने आया बयान
मोनू मानेसर ने एक साक्षात्कार में कहा- “हिंसा से एक दिन पहले की वीडियो में मैंने कुछ गलत बोला हो तो बताएं, मैं हिंसा की जिम्मेदारी ले लूंगा। मैं पिछले 4 साल से लोगों से यात्रा में शामिल होने की अपील कर रहा हूं। हिंसा के लिए यूट्यूबर जिम्मेदार हैं। एसपी ने कह दिया था कि मोनू मानेसर नहीं आया। इसके बाद भी लोगों ने वीडियो बनाए कि सिलेंडर रखे हैं, फूंक देंगे। इससे सारा माहौल बिगड़ा।”