देशभर में पांच महीनों तक गूंजेगा जय-जय श्रीराम का उद्घोष
– रामलला के गर्भगृह में विराजमान कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी
– विहिप अक्टूबर से फरवरी तक देशभर में आयोजित करेगा कार्यक्रम
– देशभर में एक महीने तक साधु संत पदयात्रा निकालेंगे
नई दिल्ली। देशभर में अब पांच महीनों तक जय-जय श्रीराम का उद्घोष सुनाई देगा। विश्व हिंदू परिषद अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला के गर्भगृह में विराजमान होने के कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारियां कर रहा है। इसके लिए अक्टूबर से लेकर फरवरी तक 5 महीने देशभर में तरह-तरह के धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए सरकार से लेकर रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद सब अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। विहिप नेताओं के अनुसार सैकड़ों सालों के बाद भगवान राम को अपने असली जन्मस्थान पर विराजमान करने का समय आया है, ऐसे में वो इस कार्यक्रम को ऐसे मनाना चाहते हैं जिसे सालों तक याद रखा जाए।
शौर्य यात्राएं, साधु-संतों की पदयात्राएं और मंदिरों में होंगे कार्यक्रम
जानकारी के मुताबिक, 30 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक बजरंग दल देशभर में शौर्य यात्राओं का आयोजन करके राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होने के लिए देशभर में लोगों के लिए माहौल तैयार करेगा। उसके बाद दीपावली के मौके पर 1 महीने तक देशभर में बड़े-बड़े साधु संत पदयात्रा और सभाएं करेंगे। इसी के साथ जगह-जगह भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। रामलला को गर्भगृह में विराजमान करने से ठीक पहले देशभर की नदियों और पवित्र तालाबों का जल भगवान के जलाभिषेक के लिए अयोध्य पहुंचा दिया जाएगा।
एक लाख मंदिरों में होगी विशेष पूजा-अनुष्ठान
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम वाले दिन देशभर में 1 लाख मंदिरों में पूजा पाठ और अनुष्ठान का आयोजन कराया जायेगा। जिस दिन रामलला को विराजित किया जायेगा उस दिन देशभर के मंदिरों में ही कार्यक्रम दिखाए जाने की व्यवस्था कराई जाएगी। देशभर के लोगों को रामलला के दर्शन कराए जाने की योजना भी तैयार कराई जा रही। अलग-अलग राज्यों के लोगों को एक एक दिन अयोध्या ले जाकर दर्शन कराए जाने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।
तेजी से चल रहा है मंदिर निर्माण का काम
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है। मंदिर बनाने वाले लोगों की मानें तो गर्भगृह के छत की ढलाई पूरी हो चुकी है। ढलाई पूरी होने के बाद मूर्तियों में कलाकारी का काम चल रहा है, लेकिन अब निर्माणाधीन मंदिर के प्रथम तल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। अगर मंदिर के गर्भगृह की बात करें तो उसका ढांचा पूरी तरह से तैयार हो चुका है, गर्भगृह का काम पूरा होने के बाद अब पहले तल का काम पूरा हो चुका है। फर्श की डिजाइन को लेकर अभी निर्माण समिति की बैठक में विचार-विमर्श होना है।
श्रद्धालु 35 फीट दूर से कर सकेंगे रामलला के दर्शन
रामलला की प्रतिमा आसमानी और ग्रे कलर के पत्थरों से तैयार होगी, जो देखने में काफी खूबसूरत होगी। यह मूर्ति 5 साल के बालक के स्वरूप पर बनाई जाएगी। जिसकी ऊंचाई साढ़े आठ फीट होगी। मूर्ति के प्रारूप के तौर पर 9 इंच से 12 इंच तक के मॉडल बनाए जाएंगे। राम भक्तों को अपने आराध्य के दर्शन लगभग 30 से 35 फीट की दूरी से होंगे। प्रतिमा इतनी बड़ी होगी कि श्रद्धालु भगवान की आंख और भगवान के चरण अपनी आंखों से देख सकेंगे।
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