अमेरिका के पेंटागन को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग अब भारत में
-बिल्डिंग के निर्माण में आया 3000 करोड़ रुपए का खर्च
-इमारत में एकसाथ 65000 डायमंड कर्मचारी कर सकेंगे काम
-7.1 मिलियन वर्ग फुट का फर्श स्थान है बिल्डिंग में
सूरत। भारत जल्द ही एक नया कीर्तिमान रचने वाला है। दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग अब भारत में होगी। इससे पहले अमेरिका का सेन्य मुख्यालय पेंटागन दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग थी, पर अब पेंटागन की बिल्डिंग को पीछे छोड़कर गुजरात के सूरत में हीरा व्यापारियों के लिए बनी इमारत ने दुनिया के सबसे बड़े ऑफिस होने का खिताब हासिल किया है।
80 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा
अमेरिका के पेंटागन के पास विश्व की सबसे बड़े ऑफिस होने का ताज पिछले 80 वर्षों से था, जिसे सूरत डायमंड बोर्स ने छीनकर अपने नाम कर लिया है। हीरे के व्यापार केंद्र के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली इस बिल्डिंग को पूरा बनने में चार साल का समय लग गया।
कितनी बड़ी है ये बिल्डिंग
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस शानदार इमारत सूरत डायमंड बोर्स को ‘वन स्टॉप डेस्टिनेशन’ के रूप में बनाया गया है। इसकी कुल लागत 3000 करोड़ रुपए है। यह इमारत 35 एकड़ में फैली है और 15 मंजिला इमारत है। इस 15 मंजिला इमारत में करीब 4500 ऑफिस होंगे। इस बिल्डिंग को नौ आयताकार स्ट्रक्चर के रूप में निर्माण किया गया है और यह सभी एक दूसरे से सेंट्रल स्पाइन के रूप में जुड़े हुए हैं। इस कार्यालय में 7.1 मिलियन वर्ग फुट का फर्श स्थान है, जो इसे संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन से बड़ा बनाता है। वहीं, इस बिल्डिंग में 65000 डायमंड कर्मचारी काम करेंगे।
लगभग पूरे विश्व का हीरा व्यापार यहां
इस प्रोजेक्ट के सीईओ, महेश गढ़वी ने बताया कि पूरे विश्व का 90 प्रतिशत डायमंड पॉलिशिंग का काम सूरत की इस बिल्डिंग में होगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस इमारत को बनाया गया है। यह कार्यालय उन लोगों के समय और संसाधनों की बचत करेगा, जो पहले व्यापार के लिए रोजाना मुंबई जाते थे। कुछ लोगों को अपने घरों से अपने कार्यालयों तक आने और फिर से घर वापस आने के लिए प्रतिदिन चार घंटे तक का समय बिताना पड़ता है। उन्होंने कहा, यह देखते हुए कि व्यवसायों को सूरत में स्थानांतरित करने का विचार एक बेहतर विकल्प है। इससे व्यापारियों को बिजनेस बढ़ाने में मदद मिलेगी।”
क्या है सूरत डायमंड बोर्स
– सूरत डायमंड बोर्स एसडीबी डायमंड बोर्स एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत पंजीकृत कंपनी है और सूरत, गुजरात में डायमंड बोर्स की स्थापना और प्रचार के लिए बनाई गई।
– सूरत डायमंड बोर्स एक हीरा व्यापार केंद्र है, जो ड्रीम सिटी सूरत में स्थित है। दुनिया का सबसे बड़ा डायमंड एक्सचेंज, जो एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र होगा।
सूरत डायमंड बोर्स के उद्देश्य
-भारत से हीरे, रत्न और आभूषणों के आयात,-निर्यात और व्यापार को बढ़ावा देना।
-हीरे के निर्माण और व्यापार में लगे संगठनों को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा प्रदान करना।
-कटिंग, पॉलिशिंग और प्रसंस्करण सहित रत्न और आभूषण से संबंधित व्यापार, वाणिज्य और उद्योग को बढ़ावा देना, आगे बढ़ाना, संरक्षित करना और विकसित करना।
-हीरा, रत्न और आभूषण उद्योग को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत में एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र की स्थापना और रखरखाव करना।
-भारत को दुनिया में एक आधुनिक और परिष्कृत हीरे, रत्न और आभूषण बाजार के रूप में विकसित करना।
बता दें कि सूरत डायमंड बोर्स को एक इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिता के बाद भारतीय आर्किटेक्चर फर्म मॉर्फोजेनेसिस ने डिजाइन किया है। वहीं इस बिल्डिंग में डायमंड बनाने वाली कंपनियों ने निर्माण से पहले ही ऑफिस खरीद लिए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस इमारत को इस साल के अंत नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधिकारिक तौर पर खोला जाएगा।
हमारा YOUTUBE चैनल- https://www.youtube.com/@VyasMediaNetwork