पहली फिल्म में डर के कारण बुखार आ गया था जॉनी लीवर को
– कॉमेडियन जॉनी लीवर आज १४ अगस्त को मना रहे हैं अपना 66वां जन्मदिन
मुंबई। अनुभवी हास्य कलाकार जॉनी लीवर की हास्य प्रतिभा ने दर्शकों पर एक स्थायी छाप छोड़ी है। बॉलीवुड के टॉप कॉमेडियन जॉनी लीवर आज 14 अगस्त को 66 साल के हो चुके हैं। ‘बाजीगर‘, ‘दीवाना मस्ताना‘ या ‘दूल्हे राजा‘ जैसी फिल्मों में उनके द्वारा निभाए गए किरदारों को कौन भूल सकता है। करीब 350 फिल्मों का हिस्सा रहे जॉनी कभी फिल्मों में नहीं आना चाहते थे।
पहली फिल्म मिली तो डर की वजह से बुखार आ गया। क्रिश्चियन परिवार में जन्मे जॉनी का बचपन गरीबी में बीता। तंगी से परेशान होकर सुसाइड की कोशिश भी की। आज इनकी कुल नेटवर्थ 227 करोड़ है। इस प्रकार एक कॉमिक मास्टर के रूप में उनकी प्रतिष्ठा अभी भी बेजोड़ है। लीवर ने म्यूजिकल शो में स्टैंड-अप कॉमेडी करना शुरू किया।
उनके शुरुआती कामों में ‘तुम पर हम कुर्बान‘ और ‘दर्द का रिश्ता‘ शामिल थे। बाद में उन्होंने ‘तेजाब‘, ‘कसम‘, ‘खतरनक‘ और ‘किशन कन्हैया‘ जैसी फिल्मों में अभिनय किया। फिल्म ‘बाजीगर‘ में उनके काम को पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
बाजीगर
शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाजीगर‘ को न केवल खान की सफल भूमिका के लिए याद किया जाता है, बल्कि लीवर ने फिल्म में बाबूलाल के अपने किरदार से भी प्रभाव छोड़ा था। उनकी प्यारी हरकतों और अजीबोगरीब व्यवहार ने उनके प्रदर्शन को यादगार बना दिया।
बादशाह
शाहरुख खान और ट्विंकल खन्ना अभिनीत ‘बादशाह‘ एक एक्शन कॉमेडी फिल्म थी, जिसका निर्देशन अब्बास-मस्तान ने किया था। यह 1999 में जारी किया गया था। राम लाल के रूप में जॉनी लीवर, बादशाह के निजी सहायक ने फिल्म की शुरुआत से अंत तक अपने लिए एक जगह बनाई।
आवारा पागल दीवाना
विक्रम भट्ट के निर्देशन में बनी ‘आवारा पागल दीवाना‘ में अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, आफताब शिवदासानी, परेश रावल, जॉनी लीवर, प्रीति झंगियानी, आरती छाबड़िया, अमृता अरोड़ा और राहुल देव हैं। फिल्म को आलोचकों से मिश्रित समीक्षा मिली। फिल्म को इसकी मनोरंजक कहानी, शानदार एक्शन दृश्यों और ऑल-स्टार कलाकारों की टुकड़ी के लिए पसंद किया गया था। इसके अलावा, जॉनी लीवर के छोटा छत्री के चित्रण को फिल्म में याद नहीं किया जा सकता है।
गोलमाल-3
रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित फिल्म में, जॉनी ने पप्पी भाई का किरदार निभाया, जो एक डॉन है, जिसे उन चीजों को भूलने की आदत है जो उसे अपनी सारी संपत्ति खोने का कारण बनती हैं। इसमें अजय देवगन, अरशद वारसी, मिथुन चक्रवर्ती, करीना कपूर, तुषार कपूर, श्रेयस तलपड़े, कुणाल खेमू और रत्ना पाठक शाह हैं। लीवर अपने तौर-तरीकों और विनोदी अभिव्यक्तियों के साथ प्रतिभाशाली सितारों के बीच प्रभाव पैदा करने में कामयाब रहे, जिसने फिल्म की समग्र कॉमेडी को जोड़ा।
दुल्हे राजा
गोविंदा और रवीना टंडन अभिनीत रोमांटिक कॉमेडी फिल्म गोविंदा की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है, लेकिन बांके लाल चौरसिया के रूप में लीवर के अभिनय को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नायक के विनोदी साथी बांकी की भूमिका निभाते हुए हंसी की ठहाके जारी रही। उनके वन-लाइनर्स और कॉमिक टाइमिंग ने उनके किरदार को कहानी का एक अनिवार्य हिस्सा बना दिया।
हाउसफुल 4
‘हाउसफुल 4′ फरहाद सामजी द्वारा निर्देशित 2019 की भारतीय हिंदी भाषा की फैंटेसी एक्शन कॉमेडी फिल्म है। ‘हाउसफुल‘ फ्रेंचाइजी की यह चौथी फिल्म थी, जिसमें अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, बॉबी देओल, कृति सेनन, पूजा हेगड़े और कृति खरबंदा मुख्य भूमिकाओं में थे। ‘हाउसफुल‘ सीरीज में एक के बाद एक सनकी व्यक्तित्व का किरदार निभाने के बाद जॉनी ‘हाउसफुल 4′ में सबसे मजेदार अवतार में दिखाई दिए। उन्होंने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और अपने कॉमिक कौशल से दर्शकों को हंसाया।
गरीबी की वजह से पढ़ाई अधूरी रही
जॉनी लीवर सिर्फ सातवीं तक पढ़ाई कर पाए थे। दरअसल, परिवार की आर्थिक हालात ठीक नहीं थी। उनके पिता परिवार पर अधिक ध्यान नहीं देते थे। उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में खुलासा किया था, ‘पापा अधिकतर समय नशे में ही रहे थे। उनको शराब की लत थी। दिनभर दोस्तों के साथ बाहर ही रहते। परिवार की मुश्किलों से उन्हें कुछ लेना-देना नहीं था। पापा के एक बड़े भाई थे, जो हमारी थोड़ी-बहुत मदद कर देते थे, लेकिन सभी का खर्चा उठाना किसी एक के बस का नहीं था। इसी वजह से मुझे पढ़ाई छोड़नी पड़ी और छोटा-मोटा काम करना शुरू किया।’
बेटे की कैंसर की गलत रिपोर्ट देख फिल्मों से बना ली थी दूरी
एक वक्त ऐसा भी आया था कि जॉनी ने फिल्मों से दूरी बना ली थी। दरअसल, डॉक्टर ने जांच के दौरान बताया कि उन्हें बेटे जेस्सी लीवर को कैंसर है। इस रिपोर्ट के बाद वो पूरी तरह से टूट गए। मानो उनकी पूरी दुनिया ही खत्म हो गई। बेटे की इस बीमारी की वजह से उन्होंने काम पर ध्यान देना बंद कर दिया और फिल्मों से दूरी बना ली थी। कुछ दिनों बाद उन्होंने बेटे का दोबारा चेकअप कराया, तो वो हैरान रह गए। दरअसल, जांच में पता चला कि उनके बेटे को कैंसर नहीं है। इसके बाद जॉनी ने राहत की सांस ली।
सितारों की मिमिक्री कर पेन बेचने का काम किया
एक दिन जॉनी लीवर ग्रुप के गुरु से मिलने उनके फ्लैट पर गए। तभी उन्हें एक आदमी ने रोक लिया और कहा कि वो ग्रुप के लोगों के साथ नौटंकी करके अपना वक्त जाया ना करें। इस पर जॉनी उससे पूछ बैठे कि वो फिर कौन सा काम करें?
वो शख्स फेरी लगाकर पेन बेचता था, उसने जॉनी को भी अपने साथ वही काम करने का ऑफर दिया। जॉनी मान भी गए। शुरुआत में पेन बेचकर वो दिन के 5-6 रुपए कमा लेते थे। इसी दौरान उन्होंने कुछ लोगों को मिमिक्री करते देखा। ये देख वो बहुत प्रभावित हुए और मन बनाया कि वो ये करेंगे।
एक दिन वो पेन बेच कर रहे थे कि तभी उन्हें मन में ख्याल आया कि क्यों ना वो बॉलीवुड सितारों की मिमिक्री कर पेन बेचें। उन्होंने शुरुआत दादामुनी (अशोक कुमार) की एक्टिंग से की। लोगों को उनका काम पसंद आया तो कुछ हैरान भी हुए, लेकिन पेन बेचने का धंधा बहुत तेजी से चल गया। दिन की कमाई 400-500 तक पहुंच गई। जिस शख्स ने उन्हें ये काम सौंपा तो वो भी बात से हैरान रह गया, क्योंकि कोई भी ग्राहक उसके पास जाता ही नहीं था, सभी जॉनी से ही पेन खरीदने लगे।
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