मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भाजपा का आधी रात तक मंथन
– प्रदेश में चार स्थानों से भाजपा निकालेगी विजय संकल्प यात्रा
– नेताओं की परफार्मेंस को लेकर की गई चर्चा
– पार्टी के रुठे नेताओं को मनाने की रणनीति बनाई
– 230 विधानसभा सीटों की बनाई गई सर्वे रिपोर्ट
भोपाल। भाजपा के प्रदेश चुनाव समिति ने मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रोडमैप लगभग तय कर लिया है। भोपाल में बीते महीने से भाजपा के हाई लेवल नेताओं की मीटिंग्स चल रही है। अब बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है और प्रदेश भर में प्रचार की रणनीति भी तय कर ली गई है।
वहीं, इसी के तहत पार्टी ने प्रदेश में चार जगहों से विजय संकल्प यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। मुख्य यात्रा उज्जैन से सितंबर में निकाली जाएगी। उज्जैन के अलावा ग्वालियर, चित्रकूट और जबलपुर से भी ये यात्राएं निकाली जाएंगी। अभी इन यात्राओं की तारीख तय नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार इन यात्राओं में से किसी भी एक स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं।
बुधवार को भोपाल में बीजेपी दफ्तर में आधी रात तक में चली मीटिंग में चुनावी रणनीति को लेकर पार्टी के सीनियर लीडर्स के साथ गृह मंत्री अमित शाह ने गहन चिंतन किया। वहीं प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव की रिपोर्ट के आधार पर अमित शाह ने सभी 230 विधानसभा सीटों के सियासी समीकरण की जानकारी ली। इस दौरान 11 जुलाई को हुई बैठक में दिए गए टास्क का फीडबैक भी लिया गया।
प्रदेश के क्षेत्र प्रमुखों के साथ की गई समीक्षा
प्रदेश के मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य, महाकौशल और मध्य क्षेत्र में बटें वोट बैंक को साधने के लिए अमित शाह ने अलग-अलग नेताओं के साथ क्षेत्रवार समीक्षा भी की। सूत्रों का कहना है कि शाह ने ग्वालियर-चंबल को लेकर तोमर और सिंधिया के साथ अलग बात की जबकि मालवा-निमाड़ को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने रोडमैप सामने रखा।
तय की गई चुनाव समितियां
सूत्रों ने बताया कि चुनाव समितियां और उनके नाम तय कर लिए गए हैं। प्रदेश स्तरीय चुनाव समित में अध्यक्ष सहित 16 सदस्य होंगे। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के अलावा सभी बड़े नेताओं को शामिल किया जाएगा। इन समितियों की घोषणा आने वाले कुछ दिनों में हो जाएगी।
चुनाव के लिए जिम्मेदार यह समितियां
भाजपा द्वारा बनाई गई समितियां चुनाव को लेकर अलग-अलग मोर्चों पर काम करेगी। यह समितियां है- केंद्रीय नेतृत्व के प्रवास कार्यक्रम, विशेष संपर्क अभियान, घर-घर झंडा अभियान, कमल दीपावली, प्रचार-प्रसार समिति, विधानसभा फीडबैक, वाहन सत्कार, मीडिया, मीडिया मॉनिटरिंग, सोशल मीडिया, कॉल सेंटर, चुनाव आयोग और मतदान अभियान। आने वाले कुछ दिनों के अंदर इनकी घोषणाएं भी कर दी जाएगी।
विधायकों के मौजूदा परफॉर्मेंस पर चर्चा
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपने हर नेता के परफॉर्मेंस पर कड़ी नजर बनाए हुए है। इसी के चलते बीजेपी ने एक सर्वे रिपोर्ट तैयार की है। इस सर्वे में कई वरिष्ठ नेताओं की स्थिति अच्छी नहीं बताई गई है। यह माना जा रहा है कि कई ऐसे पुराने मंत्री और विधायक हैं, जिनकी परफॉर्मेंस उनके क्षेत्र में अच्छी नहीं है। ऐसे में बीजेपी उनका चुनाव में टिकट काट सकती है।
अमित शाह इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि सभी 230 विधानसभा सीटों में बीजेपी के किन नेताओं की क्या स्थिति है, कौन कहां पर सक्रिय नहीं है और किन मौजूदा विधायकों को लेकर उनके क्षेत्र में नाराजगी है।
रुठों को मनाना भी जरुरी
बीते दिनों बीजेपी में रूठे नेताओं के कारण पार्टी की मुश्किलें बढ़ती नजर आई थी। लिहाजा ऐसे नेताओं को मनाने की रणनीति पर भी पार्टी ने चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि शाह के 11 जुलाई के भोपाल दौरे के बाद से ही मप्र के वरिष्ठ नेताओं ने रूठे नेताओं को मनाना शुरू कर दिया था। बैठक में तय किया गया कि उन्हें कैसे और कौन मनाएगा।
चुनाव से पहले जानकारी के मुताबिक प्रदेश के करीब 60 से अधिक नेताओं की तैयार सूची पर विचार किया गया। अब अगस्त महीने में इन्हें मनाने व समझाने का दौर चलेगा, जिनेमें उमा भारती, कैलाश विजयवर्गीय जैसे अन्य नेता प्रमुख भूमिका निभाएंगे, जो व्यापक जनाधार रखते हैं और उनमें नाराज नेताओं को मनाने की काबिलियत है।
इन नेताओं से पहले जिला अध्यक्ष, सांसद, विधायक व जिला प्रभारी बात करेंगे। यदि वे सफल नहीं हुए तो फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय असंतुष्टों से बात करेंगे। पार्टी ने इसमें संघ की मदद लेने का भी फैसला किया है।
नए लोगों को मिलेगा मौका
अमित शाह ने प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव को हर विधानसभा सीट की रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। बैठक में इस रिपोर्ट पर भी चर्चा हुई है। सूत्रों की मानें तो बैठक में अधिकांश सीटों पर नए चेहरों को मौका देने की भी बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में 50 नए चेहरों को चुनाव में मौका मिल सकता है।
बैठक में ये नेता रहे मौजूद
बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद पटेल, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश के गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा मौजूद रहे।
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