बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल को कहा बौना दुर्याधन
– लोकसभा में दिल्ली सर्विस बिल पर केजरीवाल पर साधा निशाना
– बीजेपी सांसद ने भ्रष्टाचार पर केजरीवाल सरकार को घेरा
– अन्ना और कुमार विश्वास के साथ विश्वासघात का लगाया आरोप
– दिल्ली में नेताओं के रिश्तेदारों को मनमाने तरीके से नौकरी दी
– पूरे दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगा पाए केजरीवाल
दिल्ली | संसद के मानसून सत्र के 11वें दिन यानी गुरुवार को लोकसभा में दिल्ली सर्विस बिल ध्वनि मत से पास हो गया। इस बिल पर 4 घंटे तक बहस चली। इस दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जमकर खिंचाई की।
दिल्ली सर्विस बिल पर बहस के दौरान सांसद बिधूड़ी ने महाभारत के श्लोक यदा यदा ही धर्मस्य… सुनाकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली भारत की राजधानी है, लिहाजा देश को शर्मिंदगी से बचाने के लिए इस प्रकार के बिल लाने जरूरी हैं। सदन में उन्होंने कहा कि महाभारत में दुर्योधन था। दिल्ली राज्य में भी एक बौना दुर्योधन है। दुर्योधन की तरह बौना दुर्योधन भी विश्वासघाती है, कायर है, अहंकारी है, भ्रष्ट है।
8 वर्ष से चल रही अधर्मी सरकार
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सर्विस बिल दिल्ली में पिछले 8 वर्ष से चल रही अधर्मी सरकार के अधर्म को समाप्त करने के लिए लाया गया है। महाभारत में एक चरित्र था जिसका नाम था दुर्योधन। आज दुखद है कि दिल्ली राज्य में भी उसी नकारात्मक मानसिकता का एक चरित्र, एक व्यक्ति दुर्योधन के रूप में बैठा हुआ है। फर्क सिर्फ इतना है कि वो दुर्योधन लंबा-चैड़ा था लेकिन ये दुर्योधन थोड़ा बौना है।
दूसरा उसके पास एक शकुनी था और इस बौने दुर्योधन के पास भ्रष्टाचारी, परिवारवादी, सनातन विरोधी ऐसे गठबंधन के लोग साथ लग गए हैं। इसलिए राज्य के प्रशासन और जनप्रतिनिधियों में तालमेल जरूरी है। जब छलिया, अहंकारी, भ्रष्ट, कायर जनप्रतिनिधि सत्ता में बैठ जाते हैं तब जनसेवा की व्यवस्था को संरक्षित करना जरूरी हो जाता है। ये बौना दुर्योधन छलिया है।
कितना हुआ दिल्ली का विकास
इस बौने दुर्योधन का पहला चरित्र था विश्वासघात। इसने अन्ना और कुमार विश्वास जैसे लोगों के साथ विश्वासघात किया, जिनके दम पर ये शासन में आया था। दुर्योधन ने ऐसा ही विश्वासघात अपने चचेरे भाइयों के साथ किया था। दुर्योधन ने भी छलकपट से सत्ता हथियाई। इस बौने दुर्योधन ने भी झूठे वादे करके कहा कि मैं पूरे दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगवाऊंगा। पता नहीं ये कांग्रेस वाले कहां सीसीटीवी कैमरे ढूंढ रहे हैं। मैं पांच सौ स्कूल बनाऊंगा। पता नहीं कहां ये स्कूल कांग्रेसियों ने गिने या नहीं।
500 स्कूल के साथ 20 कॉलेज बनाऊंगा, वाईफाई दिल्ली को दूंगा। दिल्ली को लंदन-पैरिस बनाऊंगा। हर घर में नल से जल दूंगा। जनलोकपाल दूंगा। 2 लाख पब्लिक टॉइलट बनाऊंगा। 30 हजार बेड के नए अस्पताल बनवाऊंगा। यहां सांसद बैठे हैं, कोई गिनकर बता दे कि इस छलिए ने जो कहा था, कितना दिल्ली का विकास हुआ है।
महिला अफसर के बुरा सलूक किया
इस बौने दुर्योधन का पहला चरित्र था अहंकार। कृष्ण भगवान ने दुर्योधन से, बार-बार कहा था कि 5 गांव पांडवों को दे दो। उसने कहा कि एक सूई की नोंक के बराबर भी नहीं दूंगा। इसी तरह बौना दुर्योधन कहता है कि मैं दिल्ली का मालिक हूं। न खाता न बही, जो ये कहे वो सही। दिल्ली में एक हजार नई बसें लानी थी। बस की कीमत होगी 1 करोड़ लेकिन कंपनी को मेंटेनेंस का पैसा दिया जाएगा 3 करोड़।
जब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने मना किया तो बुराड़ी में पार्टी के 200 गुंडों के साथ उस महिला अफसर के साथ बुरा सलूक किया गया। वो ढाई हजार को घोटाला करना चाहता था। उसने चीफ सेक्रटरी को बुलाकर कहा कि जो हम कहे वो करो। विधायकों को बुलाकर उसे पिटवाया। देश का कोई एक उदाहरण बताइए कि चीफ सेक्रटरी को चैंबर में बुलवाकर पिटवाया गया। दो अधिकारियों के परिवार पंजाब में रहते हैं, उन्हें टॉर्चर किया जा रहा है।
जल बोर्ड के अंदर 8 साल तक ऑडिट नहीं हुआ
बौने दुर्योधन ने कहा था कि भ्रष्टाचार खत्म करूंगा। रामराज्य लेकर आऊंगा। ये दलदल है। सोनिया चोर है, लालू चोर है, डीके शिवकुमार चोर है, शरद पवार चोर है, नीतीश, मुलायम सिंह चोर है…शीला को जेल भेज दूंगा। इस बौने दुर्योधन ने सबको चोर भ्रष्टाचारी बताया था लेकिन बाद में इनके ही झूले में झूलने लगा। इससे बड़ा छलिया क्या होगा?
लिकर स्कैम में इसके मंत्री जेल के अंदर है। हवाला स्कैम में इसके मंत्री जेल में है। स्कूल में कमरे बनाने का कंस्ट्रक्शन घोटाला किया गया। जल बोर्ड के अंदर 8 साल तक ऑडिट नहीं हुआ। बोर्ड लाखों, करोड़ों के घाटे में चल रहा है। बिजली कंपनियों को 26 हजार करोड़ नहीं दे रहा। ये घोटाला है। ये कंपनियां भाग गईं तो दिल्ली अंधेरे में डूब जाएगी। पीडब्लूडी का घोटाला सामने है।
पीडब्ल्यूडी में इसने अपने साढ़ू को बिना टेंडर के 10 करोड़ रुपये का ठेका दिया। उसने शर्म के मारे आत्महत्या कर ली और उसका बेटा जेल गया। इसने अपनी पार्टी के नेताओं के 437 परिवार वालों को पिछले दरवाजे से डेढ़ लाख से ढाई लाख रुपये की मनमाने तरीके से नौकरी दी। कोई आरक्षण का नियम लागू नहीं हुआ। कोई ओबीसी नहीं, कोई एससी नहीं, कोई रिजर्वेशन नहीं। इनमें 2 हजार करोड़ की बंदरबांट की। विधायकों, नेताओं के बेटा, बेटी, बहू, मौसी, ताई, फुफी, चाची इनको बांटा जाता है ये बंदरबांट।
सुप्रीम कोर्ट ने भी कसा था तंज
दुर्योधन का एक चरित्र था कायर। भारत में कोई मुख्यमंत्री है जिसके पास एक भी विभाग नहीं है। यह बौना दुर्योधन इतना कायर है कि साइन कराएगा अफसरों से मंत्रियों से। इससे बड़ा कायर क्या होगा जो कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। परिवार का कोई मुखिया जिम्मेदारी से भगे तो उससे ज्यादा नालायक मुखिया नहीं हो सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि तुम्हारे पास 13 हजार करोड़ रुपये विज्ञापन के लिए है लेकिन रैपिड रेल के 450 करोड़ नहीं हैं। बौने दुर्योधन ने आयुष्मान योजना को दिल्ली में रोक दिया। बौने दुर्योधन को बीजेपी से दुश्मनी हो सकती है लेकिन दिल्ली वालों से क्या दुश्मनी है। यह बौना दुर्योधन 26 जनवरी को राजपथ पर धरने पर बैठ गया था तब बाहर से डेलिगेट आए थे।
हमारा YOUTUBE चैनल- https://www.youtube.com/@VyasMediaNetwork