एअर इंडिया के विमानों का सुनहरे, लाल और बैंगनी रंगों से किया मेकओवर
-लंदन की फ्यूचर ब्रांड कंपनी ने किया मेकओवर
-नया लोगो असीमित संभावनाओं और भविष्य को दर्शाता
-अमीरात जैसी एयरलाइन को टक्कर देगी एयर इंडिया
-मेकओवर पर करीब 400 मिलियन डॉलर खर्च
नई दिल्ली। टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया को खरीद लिया था। इसके तुरंत बाद ही टाटा एयर इंडिया को नई पहचान देने में जुट गई थी। वहीं, टाटा समूह के अधिग्रहण किए जाने के डेढ़ साल बाद एअर इंडिया ने अपना नया लोगो और लिवरी अनवील किया है। किसी एयरक्राफ्ट के पूरे मेकओवर को लिवरी कहा जाता है। वहीं एयर इंडिया द्वरा मेकओवर में सुनहरे, लाल और बैंगनी रंगों का इस्तेमाल किया गया है। इस मेकओवर पर कंपनी पिछले 15 महीने से काम कर रही थी। बता दें की एयर इंडिया टाटा ग्रुप की 91 साल पुरानी एयरलाइन है।
एयर इंडिया ने लंदन बेस्ड ब्रांड और डिजाइन कंसल्टेंसी फर्म फ्यूचर ब्रांड के साथ पार्टनरशिप में लोगो डिजाइन किया गया है। अनवील के दौरान यह बताया गया कि दिसम्बर 2023 में एअर इंडिया का पहला एयरबस ए350 नए लोगो और मेकओवर के साथ बेड़े में शामिल होगा। वहीं फ्यूचर ब्रांड एक जानीमानी कंपनी है जिसने अमेरिकन एयरलाइंस और ब्रिटिश लक्जरी ऑटोमोबाइल ब्रांड बेंटले के साथ ब्रांडिंग पर काम किया है।
नया लोगो असीमित संभावनाओं और भविष्य को दर्शाता है
एयर इंडिया के लोगो की पहचान गहरे लाल अक्षर है। वहीं नए लोगो में भी इसका ध्यान रखा गया है और गहरे लाल अक्षरों को बरकरार रखा गया है, लेकिन फॉन्ट को बदला गया है। इसमें गोल्ड विंडो फ्रेम को शामिल किया गया है। एयरलाइन के सीईओ ने कहा है कि, यह लोगो असीमित संभावनाओं और भविष्य के लिए एयरलाइन का बोल्ड, कॉन्फिडेंट आउटलुक दर्शाता है।
एयर इंडिया की पहचान ‘महाराजा’
एअर इंडिया का मस्कट ‘महाराजा’ कंपनी की पहचान शुरुआती दौर से बना हुआ है। 1946 में इसे डिजाइन किया गया था। एयर इंडिया की नई ब्रांडिंग में भी महाराजा को शामिल किया गया है। एअर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन ने बताया कि “महाराजा अब मुख्य रूप से एयर इंडिया की घरेलू उड़ानों पर दिखाई देंगे। इंटरनेशनल कस्टमर बेस से महाराजा मस्कट उतना रिलेट नहीं करता, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। प्रीमियम क्लास के लिए महाराजा का इस्तेमाल होगा।”
एयरलाइन को वल्र्ड लेवल पर कॉम्पिटिटिव बनाया जाएगा
नए लोगो के अनवील के दौरान टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि- “नया लोगो असीमित संभावनाओं का प्रतीक है। वहीं, एयरलाइन को वल्र्ड लेवल पर कॉम्पिटिटिव बनाने के लिए बहुत सारे प्रयासों की आवश्यकता है। कंपनी अब सभी ह्यूमन रिसोर्सेज को अपग्रेड करने पर फोकस कर रही है। जिसके चलते एअर इंडिया ने विमानों का बड़ा ऑर्डर दिया है, लेकिन नए विमान आने में कुछ समय लगेगा। इस बीच, हमें अपने मौजूदा बेड़े को नवीनीकृत करना होगा और उसे स्वीकार्य स्तर पर लाना होगा।”
अमीरात जैसी एयरलाइन को टक्कर देगी एयर इंडिया
एअर इंडिया अपने नए मेकओवर और बेड़े में शामिल होने वाले नए विमानों के जरिए अमीरात और कतर एयरवेज जैसी एयरलाइन्स को टक्कर देने का प्लान बना रहा है। जनवरी 2022 में, टाटा ग्रुप ने एयरलाइन भारत सरकार से 18,000 करोड़ रुपए में खरीदी थी। सितंबर 2022 में एअर इंडिया ने वल्र्ड क्लास ग्लोबल एयरलाइन बनने की दिशा में अपने मल्टी स्टेज ट्रांसफॉर्मेशन रोडमैप विहान.एआई को भी लॉन्च किया था।
मेकओवर पर 3300 करोड़ रुपए खर्च
एअर इंडिया के अनवील प्रोग्राम के दौरान सीईओ ने बताया कि एयरलाइन ने अब तक मौजूदा विमानों के नवीनीकरण पर करीब 400 मिलियन डॉलर, यानी करीब 3300 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं, आने वाले दिनों में एअर इंडिया कई अन्य बदलावों से गुजरेगी। दिल्ली और न्यूयॉर्क एयरपोर्ट्स पर नए लाउंज में इन्वेस्ट किया जाएगा। नई वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर भी काम किया जाएगा।
एयर इंडिया दे चुकी है 470 विमानों का ऑर्डर
बीते दिनों एयरलाइन ने 470 विमानों के लिए ऑर्डर दिया था। इस डील में एअर इंडिया ने फ्रांस की कंपनी एयरबस से 250 एयरक्राफ्ट और अमेरिकी कंपनी बोइंग से 220 एयरक्राफ्ट का आर्डर दिया था। इस साल के आखिर तक 31 एयरक्राफ्ट सर्विस में शामिल हो जाएंगे, बाकी विमान 2025 के मध्य में कंपनी को मिलेंगे।
डीजीसीए याने की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने भी इस डील को मंजूरी दे दी है। अभी एअर इंडिया के बेड़े में 120 एयरक्राप्ट है। इसमें एयरबस ए320 फैमिली और बोइंग के वाइड बॉडी 777 और 787 एयरक्राफ्ट शामिल हैं। एअर इंडिया की शुरुआत अप्रैल 1932 में हुई थी। इसकी स्थापना उद्योगपति जेआरडी टाटा ने की थी। उस वक्त इसका नाम टाटा एयरलाइंस हुआ करता था।
15 अक्टूबर 1932 को भरी थी पहली उड़ान
एयर इंडिया एयरलाइन ने अपनी पहली कॉमर्शियल उड़ान 15 अक्टूबर 1932 को भरी थी, तब कंपनी के पास सिर्फ सिंगल इंजन वाला हैवीलैंड पस मोथश् हवाई जहाज था, जो अहमदाबाद-कराची के रास्ते मुंबई गया था। प्लेन में उस वक्त एक भी यात्री नहीं था, बल्कि 25 किलो चिट्ठियों को लंदन से इम्पीरियल एयरवेज से कराची लाया गया था। उस वक्त यह एयरवेज ब्रिटेन का राजसी विमान था। इसके बाद 1933 में टाटा एयरलाइंस ने यात्रियों को लेकर पहली उड़ान भरी थी।
1954 में एअर इंडिया का हुआ था राष्ट्रीयकरण
देश में 1940-50 तक बहुत-सी प्राइवेट कंपनियों का राष्ट्रीयकरण हुआ था, वहीं 1954 में एयर इंडिया का भी राष्ट्रीयकरण किया गया, जिसके बाद सरकार ने एयर इंडिया की दो कंपनियां बनाई थी। इंडियन एअर लाइंस घरेलु सेवा के लिए और एअर इंडिया विदेशी रूट के लिए तय की गई थी। साल 2000 तक यह कंपनी मुनाफे में रही। पहली बार 2001 में इसे 57 करोड़ रुपए का घाटा हुआ।
2022 में टाटा ने वापस किया एयर इंडिया को टेकओवर
27 जनवरी 2022 को सरकारी कंपनी एअर इंडिया को टाटा संस ने खरीद लिया था। इस सौदे के लिए टाटा संस ने 18,000 करोड़ की बोली लगाई थी। इसके बाद टाटा देश की दूसरी बड़ी एयरलाइन कंपनी बन गई है।
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